भारत-चीन सीमा पर तैनात शिवपुरी के सपूत का अंतिम संस्कार

शिवपुरी। सड़क मार्ग (Funeral) से शिवपुरी पहुंची अमर की पार्थिव देह । आंखों में आंसू होने के बावजूद हर शहरवासी अमर के बलिदान पर गर्व महसूस (Funeral) कर रहा था। एसएएफ की 18वीं बटालियन पर सैकड़ों युवा अमर काे श्रद्धांजलि देने पहंचे। उन्होंने करीब तीन घंटे तक वाहन का इंतजार किया। रात करीब 11:45 बजे अंतिम संस्कार के समय लोगों ने वंदे मातरम्, भारत माता की जय के नारे लगाए।
अमर के अंतिम दर्शन तक नहीं कर पाए। शहीद अमर का अंतिम संस्कार किया जा रहा था। वहां ना ही बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई और ना ही पर्याप्त बिजली की। शहीद अमर शर्मा अंतिम यात्रा देर रात 11 बजे अपने ग्रह ग्राम पहुंची। जिसमें शहर से लेकर गांव तक के हजारों लोग बाइक, कार सहित पैदल शामिल हुए।
अंतिम यात्रा में वंदे मातरम्, भारत माता की जय, और जब तक सूरज चांद रहेगा अमर तेरा नाम रहेगा के नारे गूंज रहे थे। जहां उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान आर्मी के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया।