इंदौर के राजा पहनेंगे २ करोड़ के आभूषण

इंदौर । इंदौर (jewelery) के खजराना गणेश मंदिर की खूबसूरती और भव्यता अनूठी है। एक हजार फीट की ऊंचाई से मंदिर और भी भव्य और खूबसूरत नजर आता है। इस पर अहिल्या बाई ने यहीं इनका मंदिर बना दिया और तब से ही यह चमत्कारिक मूर्ति श्रद्धालुओं (jewelery) की मनोकामनाएं पूरी करती है।
मंदिर के पुजारी पं. अशोक भट्ट के मुताबिक 1733 में देवी अहिल्या ने इसका जीर्णोद्धार किया था। गणेश चतुर्थी के मौके पर मंदिर में श्री गणेश पुराण के आयोजन के साथ ही बड़ी संख्या में भक्त यहां भगवान के दर्शन करने आ रहे हैं। इसके अलावा मंदिर परिसर के अंदर भी भक्तों के बैठने की बेहतर व्यवस्था है।
मंदिर में आने वाले लोगों को दिक्कत न हो इसलिए दर्शन की भी यहां विशेष व्यवस्था की गई है।गणेश चतुर्थी पर सवा लाख मोदक का भोग लगने के बाद अगले 9 दिनों तक भगवान को अलग-अलग लड्डूओं का भोग लगेगा।
इनमें गोंद के लड्डू, अजवाइन-सोंठ के लड्डू, बेसन के लड्डू, मोतीचूर के लड्डू, उड़द के लड्डू, मूंग के लड्डू, चवले के लड्डू, बड़ी बूंदी के लड्डू, तिल्ली के लड्डू और ग्यारस के दिन फरियाली लड्डूओं का भोग लगाया जाएगा। सभी दिन 11-11 हजार लड्डूओं का भोग लगेगा।
पार्किंग में गाड़ी लगाने के बाद आगे बढ़ने पर दोनों तरफ लड्डूओं और हार-फूल की दुकानें हैं। इनके बीच में लोगों के बैठने की व्यवस्था भी है। गणेश चतुर्थी के पर्व पर रोजाना भगवान का अलग-अलग और भव्य श्रृंगार होगा।
एक अनुमानित आंकड़े की बात करें तो मंगलवार रात से लेकर बुधवार रात तक करीब तीन लाख से ज्यादा भक्त भगवान के दर्शन करने आए। गणेश चतुर्थी के पर्व पर आगे भी बड़ी संख्या में भक्त यहां पहुंचेंगे।