सहकारी बैंकों के एकीकरण और कर्मचारियों की समस्याओं पर हुआ मंथन
लखनऊ -: कोआपरेटिव बैंक वर्कर्स यूनियन उत्तर प्रदेश की प्रथम कर्मचारी संवाद एवं परिचर्चा बैठक राजधानी लखनऊ में संपन्न हुई। डिप्लोमा इंजीनियर संघ भवन के सभागार में आयोजित इस बैठक में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से भारी संख्या में सहकारी बैंकों के कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। बैठक की अध्यक्षता संगठन के अध्यक्ष विशाल त्रिवेदी ने की, जबकि पूर्व वरिष्ठ सहकारी कर्मचारी नेता एस.एन. मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।बैठक में केंद्र सरकार की दूरगामी नीति के अनुरूप प्रदेश के सभी सहकारी बैंकों के एकीकरण तथा कर्मचारियों की ज्वलंत समस्याओं पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।
संगठन के मंडलीय और जनपदीय विस्तार का भी निर्णय लिया गया ताकि कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए मजबूत ढांचा तैयार किया जा सके।संवाद कार्यक्रम में प्रदेश महामंत्री शिशिर शर्मा, प्रदेश उपमहामंत्री रौनिक भारद्वाज और दीवान सिंह कुंतल ने भविष्य निधि, वेतनमान, भर्ती, सेवा शर्तों में सुधार तथा सहकारी बैंकों के सुदृढ़ीकरण से जुड़े विषयों पर अपने विचार रखे। मंच का संचालन प्रदेश संगठन मंत्री नरेश द्विवेदी ने किया।बैठक में प्रमुखता से उठे मुद्दों में भविष्य निधि का統िकरण, कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु को 60 से बढ़ाकर 62 वर्ष करने, समान कार्य के लिए समान वेतन लागू करने और कर्मचारियों को मेडिकल क्लेम का लाभ शीघ्र दिलाने की मांगें प्रमुख रहीं।
साथ ही वर्ष 2012 से 2017 के बीच नियुक्त कर्मचारियों को सेवा शर्तों का पूरा लाभ देने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।संगठन ने निर्णय लिया कि सभी जिला सहकारी बैंकों के कर्मचारियों की भविष्य निधि की धनराशि भविष्य निधि संगठन में जमा कराई जाए ताकि कर्मचारियों को अधिक ब्याज, पेंशन और बीमा लाभ मिल सके। साथ ही जिला सहकारी बैंकों में कर्मचारियों की भारी कमी को देखते हुए शीघ्र भर्ती प्रक्रिया शुरू कराने और प्राथमिक सहकारी समितियों की तर्ज पर कार्मिकों की सेवा निवृत्ति आयु 62 वर्ष करने की मांग भी उठाई गई।बैठक में यह भी तय किया गया कि सहकारी बैंकों की 11 प्रमुख समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन मुख्यमंत्री, सहकारिता मंत्री, मुख्य सचिव एवं अपर मुख्य सचिव (सहकारिता) को सौंपा जाएगा।
यदि 15 दिनों में समस्याओं के समाधान की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो प्रांतीय स्तर पर आंदोलन शुरू किया जाएगा।बैठक के अंत में पहलगाम हमले में शहीद निर्दोष नागरिकों और आगरा यूनिट के अध्यक्ष स्व. विनोद सागर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रखा गया।बैठक में ओमचंद शुक्ला, मोहम्मद जुहेब, प्रशांत बाल्यान, अनिल कुमार, विनोद कुमार गौतम, मनीष शर्मा, सर्वेश कुमार, रामदेव बिन्द, राजकुमार, विकास गुप्ता, नेत्रपाल सिंह, शैलेन्द्र मिश्रा, रवींद्र सिंह, आशु द्विवेदी, राहुल यादव, महेश शर्मा, रमेश चंद और माधुरी सिंह सहित कई अन्य कार्मिकों ने भी अपने विचार साझा किए।