हाईवे के किनारे बनाये जा रहे नाले की ऊँचाई बनी मुशीबत का सबब,समाजसेवियों ने ऊँचाई कम कराने को एसडीएम को दिया ज्ञापन

किशनी,नेशनल हाईवे अथाॅरिटी ऑफ इण्डिया द्वारा ग्वालियर बरेली हाई वे को चैडा करने का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। बदलते भारत की यह तस्वीर विकास की नई कहानी कह रही है। पर जहां सडक के चौड़ाईकरण से आवागमन में सुबिधा होगी वहीं इसके किनारे बनाये जा रहे नाले की ऊँचाई स्थानीय लोगों के लिये मुशीबत का सबब बनती जा रही है।
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सडक को चौड़ा करने केे साथ साथ सडक के किनारे बने नाले को एनएचएआई के कर्मचारियों ने ध्वस्त कर नाले की ऊँचाई को दो से तीन फुट तक ऊँचा कर दिया गया है।इसके परिणामस्वरूप सडक के किनारे रहने बाले लोगों के घरों का पानी अब घरों के अन्दर ही कैद होकर रह गया है। यह मुशीबत सिर्फ सडक के किनारे रहने बालों के लिये ही नहीं है वल्कि समूचे कस्बे की समस्या हो गई है। क्योंकि इन नालों में कस्बे की सारी नालियों का पानी जाता था। नाले की ऊँचाई बढ जाने से कस्बे की नालियों का पानी नाले में नहीं जा पायेगा। इससे सडक के किनारे रहने बालों के घरों में पानी घुसने लगेगा। इसी को लेकर कस्बे के कुछ समाजसेवियों ने एसडीएम रामनरायण को ज्ञापन देकर मांग की कि जबतक नगरपंचायत द्वारा घरों का पानी निकालने की ब्यवस्था न हो जाय तबतक पुराने लाने को ध्वस्त न किया जाय। नाले ध्वस्त करने से सबसे ज्यादा प्रभावित मोहल्ला कृष्णानगर के लोग हो रहे हैं। एसडीएम ने एनएचएआई के प्रोजेक्ट मैनेजर से बात कर समाधान निकालने की बात की है।