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घर के सामने बने माता का भव्य मंदिर, गांव में रहते हैं सिर्फ 15 प्रतिशत हिंदू -मुस्लिम बुजुर्ग

मध्य प्रदेश के छतरपुर के मुस्लिम बुजुर्ग इन्ना पठान की अंतिम इच्छा है कि उनके घर के सामने सिंहला देवी माता का भव्य मंदिर बने. गांव के लोग उनकी इच्छा के अनुसार, चंदा इकट्ठा कर मंदिर बनवाने की कोशिश भी कर रहे हैं.
देश में आजकल मंदिर-मस्जिद हिंदू मुस्लिम की चर्चा देश मे चलती रहती है लेकिन मध्य प्रदेश के छतरपुर के मुस्लिम बुजुर्ग की चर्चा हर जगह सुनाई दे रही है.92 साल के इन्ना पठान का कहना है कि उनकी सिंहला देवी माता में अटूट आस्था है. वह चाहते हैं कि उनके जीवन काल में माता का भव्य मंदिर बन जाए. इन्ना पठान उम्र के इस पडाव में पहुंचने के बाद अपने पैरो से नही चल पाते हैं लेकिन उनके घर के सामने बनें देवी माता के प्राचीन मंदिर में होने वाली पूजा मे वह अपने घर से ही शामिल होते हैं. उनका कहना है सिंहला देवी माता की उनकी आटूट आस्था है.

घर के सामने बने माता का भव्य मंदिर, गांव में रहते हैं सिर्फ 15 प्रतिशत हिंदू -मुस्लिम बुजुर्ग

देवी माता कई बार उन्हे सपने में दर्शन दे चुकी हैं. जब वह पैरो से चल पाते थे तब वह हिंदूओं के साथ मंदिर मे ही भजन कीर्तन मे शामिल होते थे. इन्ना पठान का कहना है कि यह प्राचीन मंदिर पहले कच्चे मकान पर था लेकिन बाद मे एक पक्के मकान में माता मंदिर बन गया. उनकी इच्छा है कि उनके जीते जी यह मंदिर भव्य रूप मे बनकर तैयार हो जिससे वह देख लें. इन्ना ने कहा कि यहां के लोग उन्हे इन्ना पंडित के नाम से भी जानते हैं. इन्ना पठान की इस इच्छा का सम्मान करते हुए बहुत से लोग मंदिर बनवाने में मदद की बात कह रहे हैं. इन्ना पठान की यह इच्छा गांव के लोग चंदा करके पूरा करेगें.  बता दें कि इन्ना पठान जहां रहते हैं वहां 85 फीसद मुस्लिम आबादी है जबकि 15 प्रतिशत लोग ही हिंदू हैं. इस गांव में हिंदू-मुस्लिम समुदाय के लोग आपस में प्रेम से रहते हैं. इन्ना पठान का कहना है कि यहां हिंदू-मुस्लिम का भेद नही होता है. सभी प्रेम सै सौहार्द पूर्ण वातावरण में रहते हैं.

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