तिब्बत (Tibet)में कांपी धरती

नई दिल्ली. दक्षिणी तिब्बत (Tibet) के शिजांग और पापुआ न्यू गिनी क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी की रिपोर्ट के मुताबिक तिब्बत में भूकंप रविवार-सोमवार की मध्य रात्रि करीब 1 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.2 मापी गई है. हालांकि राहत की बात यह रही कि अभी तक नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने भूकंप से किसी तरह के जान-माल के नुकसान की पुष्टि नहीं की है.
तिब्बत में आए भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई के साथ 33.54 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 84.41 डिग्री पूर्वी देशांतर पर निर्धारित किया गया. वहीं इससे पूर्व पपुआ न्यू गिनी में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.3 मापी गई है. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक रविवार रात करीब 11:34 पर भूकंप के झटके महसूस किए गए. प्रशासन की तरफ से सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की गई.
चीन भूकंप नेटवर्क्स सेंटर के मुताबिक दक्षिण चीन सागर में 6.1 की तीव्रता से भूकंप आया. स्थानीय समयानुसार आज सुबह तीन बजकर 32 मिनट पर भूकंप आया था. भूकंप का केंद्र 600 किलोमीटर की गहराई में था. बता दें कि रविवार की सुबह 11 बजे मध्य प्रदेश के जबलपुर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.6 दर्ज की गई थी.
बता दें कि पृथ्वी के अंदर कुल 7 टेक्टोनिक प्लेट्स हैं. ये प्लेट्स लगातार घूमती रहती है. जब ये प्लेट आपस में टकराती हैं, रगड़ती हैं तो जमीन हिलने लगती है. इसे ही भूकंप कहा जाता है. भूकंप को नापने के लिए रिक्टर पैमाने का इस्तेमाल किया जाता है. जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल कहते हैं. रिक्टर मैग्नीट्यूड 1 से 9 तक होती है. 1 सबसे कम होती है. जबकि भूकंप की तीव्रता 9 होना यानी कि बेहद भयावह मंजर होता है.