जिलाधिकारी ने मौजूदा सरकार की प्राथमिकता वाले विकास कार्यक्रमो की समीक्षा बैठक की
मैनुपरी , जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने मा. मुख्यमंत्री जी की प्राथमिकता वाले विकास कायर्क्रमों की समीक्षा बैठक से अनुपस्थित अधिशासी अभियंता जल निगम फिरोजाबाद का स्पष्टीकरण प्राप्त करने, गौधन सहभागिता योजना, ईयर टैगिंग में खराब प्रगति पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को कायर्शैली सुधारने, गौधन सहभागिता योजना में गौशालाओं से लिए गए गोवंश पालकों को सहभागिता योजना का लाभ नियमित सत्यापन के उपरांत समय से उपलब्ध कराने, गौ-आश्रय स्थलों में संरक्षित दुधारू गायों को अति कुपोषित बच्चों के परिवारों को सहभागिता योजना में उपलब्ध कराने, प्रत्येक विकासखंड में निमिर्त 02-02 अस्थाई गौशालाओं का कार्य तत्काल पूर्ण कराकर क्षेत्र के निराश्रित गौवंशों को संरक्षित किए जाने, अभियान चलाकर गोवंश की ईयर टेगिंग कराने, शहरीय, ग्रामीण क्षेत्रों में निमिर्त सामुदायिक शौचालय की क्रियाशीलता बनाए रखनें, प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना, मुख्यमंत्री आरोग्य योजना के पात्र लाभाथिर्यों, श्रम विभाग के पंजीकृत श्रमिकों, अंत्योदय राशन कार्ड धारकों के प्राथमिकता पर गोल्डन कार्ड बनाए जाने, स्वास्थ्य केंद्र पर कैंप आयोजित कर परिवार नियोजन के लक्ष्यों की पूर्ति करने, प्रधानमंत्री किसान-सम्मान योजना के अवशेष लाभाथिर्यों के ई.-के.वाई.सी. तत्काल कराए जाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट परिसर में 32 गरीब, असहाय व्यक्तियों को कम्बल वितरण किये
श्री सिंह ने मुख्य चिकित्साधिकारी को आदेशित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों पर सभी उपकरण चालू दशा में रहें। स्वास्थ्य केंद्रों पर आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएं। गोल्डन काडर् धारकों को बीमार होने की दशा में योजना का लाभ लेने हेतु जागरूक किया जाए। जनपद में संचालित 136 हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर सही ढंग से क्रियाशील रहें, एंबुलेंस 108, 102 में जीवन रक्षक दवाएं, उपकरण उपलब्ध रहें, निधार्रित समय में एंबुलेंस जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुंचे। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटी रेबीज के साथ-साथ पयार्प्त मात्रा में दवाएं उपलब्ध रहें। वी. एच. एन. डी. सत्र पर बजन मशीन के साथ सभी उपकरण उपलब्ध रहे, नियमित टीकाकरण के अंतगर्त प्रत्येक लक्षित बच्चों का टीकाकरण कर उसे प्रतिरक्षित किया जाए। उन्होंने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि बार-बार निर्देशों के बाद भी विकासखंड में बनने वाली अस्थाई गौशालाओं का निमार्ण कार्य पूर्ण नहीं कराया जा रहा है और नाहीं सहभागिता योजना में गौशालाओं में उपलब्ध गौवंशों को कुपोषित बच्चों के परिजनों को उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। उन्होंने सचेत करते हुए कहा कि आगामी 02 दिन में अस्थाई गौशालाओं में अवशेष कार्य पूर्ण कराकर क्षेत्र के निराश्रित गौवंश संरक्षित किया जाएं। पूर्व में संचालित गौ-आश्रय स्थलों में संरक्षित गौवंशों की उचित देखभाल की जाए।
जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता नहर को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद के प्रत्येक रजवाहे, नहर के अंतिम टेल तक पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं, जिन रजवाड़ों की सिल्ट-सफाई कराई गई है। उसकी विकास खंडवार सूची बनाकर खंड विकास अधिकारियों को उपलब्ध करायें, खंड विकास अधिकारी स्वयं सिल्ट-सफाई के कार्य का सत्यापन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने उपायुक्त मनरेगा को निर्देशित करते हुए कहा कि जिन व्यक्तियों के जॉब कार्ड बनाए गए हैं। जॉब कार्ड संबंधित व्यक्ति के पास ही रहें, किसी भी दशा में जॉब कार्ड किसी एक व्यक्ति के पास न रखे जाएं। जॉब कार्ड धारकों को रोजगार मांगने पर उनके निवास के नजदीक ही रोजगार उपलब्ध कराया जाए और तत्काल भुगतान भी किया जाए। मनरेगा में महिला मेट की भागीदारी भी सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि जनपद में ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूह गठित किए गए हैं लेकिन अधिकांश समूह सही ढंग से क्रियाशील नहीं है। वह सिर्फ पैसे का लेनदेन कर रहे हैं, उपायुक्त एनआरएलएम गठित समूह की महिलाओं को आत्मनिभर्र, स्वावलंबी बनाने की दिशा में कार्य करें। जो भी समूह गठित हैं वह सही ढंग से संचालित हो ताकि उसका लाभ ग्रामीण महिलाओं को मिल सके। उन्होने 50 लाख रू. से अधिक की लागत की निमार्णाधीन परियोजनाओं की समीक्षा करते हुये कायर्दायी संस्थाओं के अभियंताओं से कहा कि जनपद में जो भी कार्य संचालित हैं। उसमें मानकों, गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाये, समय-समय जिला स्तर पर गठित टेक्निकल टीम से कार्य की गुणवत्ता की जांच करायी जाये, निमार्णाधीन कार्य निधार्रित समय में पूर्ण कर सम्बन्धित विभाग को हैण्डओवर किये जायें।
मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार ने समीक्षा के दौरान खंड विकास अधिकारियों, खंड शिक्षा अधिकारियों से कहा कि ऑपरेशन कायाकल्प के अंतगर्त समस्त प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालय सभी बिंदुओं से संतृप्त रहें, जिन विद्यालयों में विद्युत कनेक्शन नहीं है। वहां प्राथमिकता पर विद्युत संयोजन लिए जाएं। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी से कहा कि समस्त ग्राम पंचायतों से विद्युत बकाया धनराशि में से 05-05 हजार रू. की धनराशि तत्काल विद्युत विभाग को भुगतान कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन की समीक्षा के दौरान पाया कि 1900 लक्ष्य के सापेक्ष 1840 छात्रों का पंजीकरण का कार्य पूर्ण कर प्रशिक्षण प्रारंभ हो चुका है। शेष का अगले सप्ताह तक पंजीकरण कर प्रशिक्षण प्रारंभ कराकर लक्ष्य की शत-प्रतिशत पूर्ति की जाएगी। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को आदेशित करते हुए कहा कि ग्रामीण पाईप पेयजल योजना पूरी क्षमता से क्रियाशील रहे। प्रत्येक घर तक नल के माध्यम से स्वच्छ पानी पहुंचे, जिन ग्रामों में पाइप पेयजल योजना संचालित है। उन ग्रामों के प्रत्येक घर को कनेक्शन उपलब्ध कराया जाए, खंड विकास अधिकारी स्वयं नेतृत्व देकर यूजर चार्ज की वसूली कराना सुनिश्चित करें।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डा.पी.पी.सिंह, परियोजना निदेशक डी.आर.डी.ए. के.के. सिंह, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी एस.एन. मौर्य, उपायुक्त एनआरएलएम पी.सी. राम, उप कृषि निदेशक डी.वी.सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार वर्मा, उपायुक्त उद्योग मो. सऊद, परियोजना अधिकारी डूडा आर.के. सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी क्यामुद्दीन अंसारी, जिला पंचायत राज अधिकारी अविनाश चन्द, जिला अभिहीत अधिकारी टी.आर. रावत, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी प्रशांत, अधिशाषी अभियंता लोक निमार्ण, विद्युत, जल निगम, सिंचाई, समस्त खंड विकास अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी नगर निकाय सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।