ज्वालामुखी की धुएं( smoke) के गुबार से दिन में हो गया अंधेरा

इंडोनेशिया में सबसे ऊंचा ज्वालामुखी माउंट सेमेरू अचानक को फट गया. करीब 12 हजार फीट ऊंचे पहाड़ की चोटी से लावा,( smoke) गर्म राख और गैस निकलने लगी. दबाव ज्यादा होने के लिए लावा और गर्म राखें ज्वालामुखी की घाटी में स्थित गांव के खेतों तक पहुंच गईं. ज्वालामुखी फटने के बाद लावा की नदियां बह गईं.
बता दें कि माउंट सेमेरू कई दिनों से ज्वालामुखी धीरे-धीरे सुलग रहा था. लेकिन बारिश के चलते उसका लावा डोम टूट गया और फिर गर्म राख व लावा कई किलोमीटर दूर तक तेजी से बहती हुई आईं. ज्वालामुखी के फटने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
वहीं इस घटना के बाद इंडोनेशिया के नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट एजेंसी के प्रवक्ता अब्दुल मुहारी ने कहा कि ज्वालामुखी के आसपास मौजूद कई गांव राख की ढेर में छिप गए हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि धुएं और राख की वजह से आसमान काला हो गया है. दिन में भी लोगों को लाइट जलानी पड़ रही है. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है. अब भी राहत एवं बचाव कार्य चल रहा है
माउंट सेमेरू राजधानी जकार्ता से 800 किलोमीटर दूर दक्षिणपूर्व स्थित जावा में है. जावा में कई ज्वालामुखी हैं, जो सक्रिय हैं. लेकिन माउंट सेमेरू सबसे खतरनाक और सबसे ऊंचा ज्वालामुखी है.
केवल इंडोनेशिया में 121 सक्रिय ज्वालामुखी मौजूद हैं. बता दें कि साल 2021 में माउंट सेमेरू में विस्फोट हुई था. तब उसके लावा, गर्म गैस और राख की चपेट में आने से 51 लोगों की मौत हो गई थी.
जानकारी के मुताबिक इस बार के ज्वालामुखी फटने से निकली राख, गर्म गैस और लावा की नदियां पहाड़ के नीचे 8 किलोमीटर तक बहकर आईं. वहीं आसपास के रहने वाले लोगों को 20 किलोमीटर दूर स्थित स्कूल में रखा गया है.