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(बैलास्टलेस ट्रैक)
(बैलास्टलेस ट्रैक)

तैयार हो रहा देश का पहला बैलास्टलेस ट्रैक(बैलास्टलेस ट्रैक)

बैलेस्टलेस ट्रैक: बैलेस्टलेस ट्रैक  (बैलास्टलेस ट्रैक) को स्लैब ट्रैक के रूप में भी जाना जाता है. ये वे ट्रैक हैं जो गिट्टी रहित ट्रैक होते हैं. इसे कई देशों में हाई स्पीड रेलवे के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
भारत में बुलेट ट्रेन को लेकर काफी समय से माहौल बना हुआ है. इसका कारण यह है कि जल्द ही भारत में इसका सपना पूरा होने वाला है. इस पर काम तेजी से चल रहा है. इसी कड़ी में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बैलास्टलेस ट्रैक का एक वीडियो शेयर किया है.
इसे शेयर करते हुए अश्विनी वैष्णव ने बताया कि भारत में पहली बार ऐसे बैलेस्टलेस रेलवे ट्रैक इस्तेमाल किए जाएंगे. बताया गया कि नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने बुलेट ट्रेन के लिए 153 किमी के वायाडक्ट तैयार कर लिए हैं.
साथ ही 295.5 किमी के लिए पियर वर्क भी पूरा कर लिया है. मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रैन प्रोजेक्ट के लिए 508 किमी का ट्रैक बिछाया जा रहा है. इस कॉरिडोर को 2026 तक शुरू किया जाना है.
असल में बैलेस्टलेस ट्रैक को स्लैब ट्रैक के रूप में भी जाना जाता है. ये वे ट्रैक हैं जो गिट्टी रहित ट्रैक होते हैं. इसे कई देशों में हाई स्पीड रेलवे के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
बैलेस्टलेस ट्रैक से ट्रेन में काफी स्थिरता आती है. भारत ने जे स्लैब बैलेस्टलेस ट्रैक को पहली बार इस्तेमाल किया है. इन्हें आरसी ट्रैक के ऊपर रखा जाता है. इनकी मोटाई 300 एमएम तक होती है.