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पुल इतने (many people)लोगों के भार की वजह से टूट गया

मोरबी: गुजरात के मोरबी जिले में मच्छु नदी पर बना 140 साल पुराना सस्पेंशन केबल ब्रिज के रविवार शाम ढह जाने से एक बड़ा हादसा हो गया, जिसमें अब तक 120 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं. दुर्घटना में 177 लोगों को रेस्क्यू किया गया है और 19 घायलों को मोरबी सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है. गुजरात सूचना विभाग ने यह जानकारी दी है. गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गृह मंत्री हर्ष सांघवी मोरबी में मौजूद हैं. चुनावी राज्य गुजरात का दौरा कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दुखद घटना के मद्देनजर अहमदाबाद में अपना रोड शो रद्द करने का फैसला किया है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, वायु सेना और नौसेना के अलावा स्थानीय प्रशासन बड़े पैमाने पर बचाव और राहत कार्यों में जुटा है. अधिकारियों के अनुसार, इस हेरिटेज ब्रिज को व्यापक मरम्मत कार्य और नवीनीकरण के बाद 4 दिन पहले ही जनता के लिए फिर से खोला गया था.
मोरबी के केबल ब्रिज पर जाने के लिए सैलानियों से 17 रुपये चार्ज किए जाते थे
मोरबी के केबल ब्रिज पर जाने के लिए सैलानियों से 17 रुपये चार्ज किए जाते थे और बच्चों का टिकट 12 रुपये था. पुल की मरम्मत के बाद सब कुछ सही चल रहा था. चूंकि पुल 7 महीने बाद ओपन हुआ था, और रविवार का दिन होने की वजह से बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचे थे. ब्रिज की कैपेसिटी ज्यादा नहीं थी, लेकिन एकबार में 400 से ज्यादा लोग (many people) इस पर खड़े थे. ब्रिज पर ओवरक्राउडिंग को हादसे की प्रमुख वजह बताया जा रहा है.
मोरबी में दुर्घटनास्थल पर गुजरात के गृह मंत्री मौजूद, रेस्क्यू जारी
मोरबी में दुर्घटनास्थल से सुबह का दृश्य जहां एक केबल पुल के गिरने से 120 लोगों की जान चली गई है. गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी भी मौके पर मौजूद हैं.

मोरबी केबल सस्पेंशन ब्रिज हादसे की जांच 5 सदस्यीय SIT करेगी
गुजरात सरकार ने मोरबी केबल सस्पेंशन ब्रिज हादसे की जांच के लिए 5 सदस्यीय विशेष जांच दल का गठन किया है. अधिकारियों ने बताया, पानी के अंदर कीचड़ में धंसे शवों को निकालने के लिए पम्पाें से पानी हटाया जा रहा है. राज्य के पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया के अनुसार 60 के करीब लोग अब भी लापता हैं. मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. एनडीआरएफ की तीन टीमें व सेना के तीनों अंग बचाव में जुटे हैं
मोरबी सिविल अस्पताल में चल रहा ब्रिज हादसे के घायलों का इलाज
मोरबी सिविल अस्पताल से आज सुबह का दृश्य जहां मच्छु नदी पर बने केबल ब्रिज के गिरने से हुए हादसे के घायलों को भर्ती कराया गया है. कल शाम केबल ब्रिज गिरने से अब तक 120 लोगों की मौत हो चुकी है.
मच्छु नदी में भारतीय सेना और एनडीआरएफ का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
भारतीय सेना के मेजर गौरव ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि मच्छु नदी में राहत एवं बचाव कार्य अब भी जारी है. रविवार रात करीब 3 बजे भारतीय सेना मोरबी में दुर्घटनास्थल पर पहुंच गई थी. उन्होंने कहा कि हम शवों को नदी से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं. एनडीआरएफ की टीमें भी बचाव अभियान चला रही हैं.
मोरबी पुल हादसे में जान गंवाने वालों का आंकड़ा 120 पहुंचा, 177 बचाए गए
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने News18 को बताया कि मोरबी पुल हादसे में जान गंवाने वालों का आंकड़ा 120 पहुंच गया है. पुल टूटने के बाद मच्छु नदी में गिरे लोगों में से 177 को बचा लिया गया है, 19 घायलों का मोरबी सिविल हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, कोस्ट गार्ड और फायर ब्रिगेड की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं.
मोरबी केबल ब्रिज हादसे में आज सुबह तक 100 से ज्यादा मौतें दर्ज हो चुकी हैं
गुजरात सूचना विभाग ने बताया कि मोरबी केबल ब्रिज हादसे में आज सुबह तक 100 से ज्यादा मौतें दर्ज हो चुकी हैं. करीब 177 लोगों को बचा लिया गया है और 19 लोगों का इलाज चल रहा है. सेना, नौसेना, वायु सेना, एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड की टीमें मच्छु नदी में तलाशी अभियान चला रही हैं.

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, गृह मंत्री हर्ष सिंघवी के साथ मोरबी में मौजूद
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, गृह मंत्री हर्ष सिंघवी के साथ मोरबी में मौजूद हैं. दोनों ने दुर्घटनास्थल का निरीक्षण किया और निर्देश दिया कि आगे क्या करना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी फिलहाल गुजरात में मौजूद हैं और स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने राहत एवं बचाव कार्य में केंद्र के स्तर पर हर तरह की सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश कल ही दे दिया था. पीएम ने मोरबी पुल हादसे के बाद आज अहमदाबाद में होने वाला अपना रोड शो रद्द कर दिया है
मच्छु नदी पर बना केबल ब्रिज 140 साल पुराना था…जानें खास बातें
मच्छु नदी पर बना यह केबल ब्रिज काफी पुराना था. इसे हेरिटेज ब्रिज का दर्जा हासिल था. मरम्मत के लिए यह पुल करीब 7 महीने तक बंद था और दिवाली के बाद गुजराती नए साल पर ही दो दिन पहले इसे दोबारा खोला गया था. जानें इस पुल की कुछ खास बातें…
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मोरबी में पुल टूटने के बाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
गुजरात के मोरबी में पुल टूटने के बाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें हादसे के बाद नदी में गिरे लोग तैरकर बाहर निकलने की कोशिश करते दिख रहे हैं.
घायलों को इलाज के लिए मोरबी सिविल अस्पताल ले जाया गया है
मोरबी केबल ब्रिज हादसे में घायलों को इलाज के लिए मोरबी सिविल अस्पताल ले जाया गया है. कल शाम केबल ब्रिज गिरने से 68 लोगों की मौत हो गई. स्थानीय प्रशासन के मुताबिक जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त पुल पर करीब 400 लोग मौजूद थे.

इंजीनियरिंग मार्वल कहा जाने वाला मोरबी ब्रिज कैसे टूटा?
गुजरात के मोरबी में जो दशकों पुराना केबल ब्रिज टूटा है, उसे इंजीनियरिंग का ‘चमत्कार’ बताया जाता था. यूरोपीय तकनीक से बने इस ब्रिज ने मोरबी को अनोखी पहचान दी थी. मरम्मत के लिए इस केबल सस्पेंशन ब्रिज को करीब 7 महीने तक बंद रखा गया था. गुजराती नव वर्ष के मौके पर यह झूला पुल 26 अक्टूबर को जनता के लिए खोला गया था…

मोरबी ब्रिज का मरम्मत करने वाली कंपनी ने कहा था 10-15 साल नहीं होगी कोई दिक्कत, फिर कैसे टूट गया पुल?

मोरबी केबल ब्रिज हादसा: पुलिस, स्थानीय प्रशासन, एसडीआरएफ, भारतीय तटरक्षक बल और दमकल विभाग मच्छु नदी में लगातार तलाश और बचाव अभियान चला रहे हैं. कल शाम केबल ब्रिज गिरने के चलते हुए हादसे में अब तक 68 लोगों की मौत हो चुकी है.
उन्होंने कहा कि इस ब्रिटिश कालीन पुल पर रविवार शाम करीब 400 लोग थे, जब यह टूट गया, और सैकड़ों लोग नदी में गिर गए. अधिकारियों ने कहा कि पुल स्थानीय निवासियों और पर्यटकों सहित लोगों से भरा हुआ था, क्योंकि यह क्षेत्र में एक प्रमुख आकर्षण है. दिवाली की छुट्टियों और वीकेंड के कारण बाहर से आए बहुत सारे पर्यटक शहर में थे और हो सकता है कि पुल इतने लोगों के भार की वजह से टूट गया हो. प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें देखा जा सकता है कि हादसे के बाद कई लोग खुद को डूबने से बचाने के लिए पुल के तारों को पकड़कर लटक रहे हैं. कई अन्य कमर-गहरे पानी में नदी के उथले हिस्सों में फंस हुए हैं. कुछ को पुल पर फंसे लोगों की मदद करने और नदी में गिरे लोगों को बचाने के लिए नदी में कूदते देखा गया. हम आपको मोरबी पुल हादसे और मच्छु नदी में चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों के बारे में पल-पल की जानकारी यहां दे रहे हैं…

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