उत्तर प्रदेश

प्रसूता को डिस्चार्ज होते समय ही जननी सुरक्षा योजना का लाभ उपलब्ध कराया जाए, उसी समय जन्म प्रमाण पत्र भी मुहैया कराया जाए, डिस्चार्ज होने पर एंबुलेंस से प्रसूता को घर तक भेजा जाए- जिलाधिकारी

मैनपुरी 26 जुलाई, 2023- जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की बैठक की समीक्षा के दौरान नगरीय स्वास्थ्य केंद्र द्वारा स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने, बैठक से अनुपस्थित रहने पर नगरीय स्वास्थ्य अधिकारी का वेतन रोके जाने, नियमित टीकाकरण में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जागीर की प्रगति निराशाजनक पाए जाने पर प्र. चिकित्साधिकारी जागीर का स्पष्टीकरण प्रस्तुत किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, स्वास्थ्यकर्मी आम जनता को स्वास्थ्य विभाग की संचालित योजनाओं का लाभ पहुंचाने की दिशा में कार्य करें, स्वास्थ्य केंद्रों पर आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएं, नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों, हेल्थ वैलनेस सेंटर पर विशेष ध्यान दिया जाए।

उन्होंने कहा कि जननी सुरक्षा योजना का लाभ प्रसूता को तत्काल उपलब्ध कराया जाए, प्रसव से पूर्व बैंक संबंधी सभी विवरण प्राप्त कर लिए जाएं और डिस्चार्ज होने पर उसके खाते में योजना के तहत उपलब्ध करायी जाने वाली धनराशि सीधे खाते में भेजी जाए, आशा संगिनी के मानदेय के भुगतान में भी किसी भी स्तर पर विलंब न हो, सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा करने पर पाया कि वार्षिक लक्ष्य 23837 के सापेक्ष माह जून तक 3991 संस्थागत प्रसव हुए हैं जिसके सापेक्ष 3945 प्रसूता को जननी सुरक्षा योजना का लाभ उपलब्ध कराया जा चुका है.

सभी प्रसूताओं को डिस्चार्ज होने पर ड्रापबैक की सुविधा उपलब्ध कराई गई. सभी को समय से नाश्ता, दोपहर, शाम का खाना गुणवत्ता के साथ मुहैया कराया गया। श्री सिंह ने एक कदम सुपोषण की ओर अभियान के अंतर्गत चिन्हित सैम मैम बच्चों के संबंध में जानकारी करने पर पाया कि अभियान के अंतर्गत 2493 सैम बच्चे चिन्हित किए गए. जिनमें से 221 बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराकर उनकी सेहत में सुधार लाया गया, जिस पर उन्होंने प्र. चिकित्साधिकारियों, बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अपने-अपने क्षेत्र के चिन्हित अति कुपोषित बच्चों के अभिभावकों को प्रेरित कर उन्हें पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती करायें, एन.आर.सी. का कोई भी बैड किसी दिन खाली न रहे। उन्होंने परिवार कल्याण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान महिला-पुरुष नसबंदी, अंतरा, कॉपर-टी की प्रगति संतोषजनक न पाए जाने पर मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कैंप आयोजित कराकर महिला पुरुष नसबंदी करायी जाएं जनसंख्या नियंत्रण के लिए अंतरा, कॉपर-टी छाया टेबलेट उपलब्ध कराई जाए, करहल कुरावली स्वास्थ्य केंद्रों पर कॉपर-टी की प्रगति बेहद निराशाजनक है, संबंधित प्र चिकित्साधिकारी इस ओर ध्यान दें, जानकारी करने पर पाया कि महिला नसबंदी के वार्षिक लक्ष्य 1724 के सापेक्ष अब तक मात्र 224 एवं पुरुष नसबंदी के वार्षिक लक्ष्य 20 के सापेक्ष मात्र 01 की पूर्ति की गई है,

जो बेहद निराशाजनक है। मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार ने समीक्षा के दौरान जिला क्षय रोग अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि ओ.पी.डी. में आने वाले मरीजों में से रेंडमतौर पर कुछ की क्षय रोग की जांच की जाए, क्षय रोग से ग्रसित बच्चे, जिन्हें माह मार्च में अधिकारियों द्वारा गोद लिया गया था, उन बच्चों से संबंधित अधिकारी सप्ताह में कम से कम 03 बार दूरभाष पर संवाद कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी करें, संबंधित प्र. चिकित्साधिकारी क्षय रोग से ग्रसित बच्चों के स्वास्थ्य की नियमित देखभाल कर उन्हें समय से दवाएं उपलब्ध कराएं।

उन्होंने कहा कि जनपद में संचालित अल्ट्रासाउंड सेंटर नियमों का शत-प्रतिशत पालन करते हुए संचालित हाँ, अल्ट्रासाउंड सेंटर की नियमित रूप से जांच की जाए, कमियां पाए जाने पर तत्काल नोटिस जारी किये जाएं, सभी अल्ट्रासाउंड सेंटर पर सी.सी.टी.वी. कैमरे लगे हों और वह नियमित रूप से संचालित रहें। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि गोल्डन कार्ड बनाए जाने की प्रगति में सुधार नहीं हो पा रहा है, जिन पात्रों के गोल्डन कार्ड बन चुके हैं, उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान देकर प्रगति सुधारें। बैठक में अपर जिलाधिकारी राम जी मिश्र, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आर.सी. गुप्ता, डिप्टी कलेक्टर नरेन्द्र कुमार से सानिया सोनम एजाज, मुख्य चिकित्साधीक्षक डा. मदनलाल,मुख्य चिकित्साधीक्षक महिला डा. ए. के. पचौरी, जिला विद्यालय निरीक्षक सुधीर कुमार, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी दीपिका गुप्ता, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. संजीव राव बहादुर, डा. अनिल वर्मा, डा. राकेश कुमार, क्षय रोग अधिकारी डा. आशुतोष, एस.एम.ओ. डा. वी. पी. सिंह, डी.एम.सी. यूनीसेफ संजीव पाण्डेय, जिला मलेरिया अधिकारी एस. एन. सिंह, स्वास्थ्य शिक्षाधिकारी रविन्द्र गौर, डीपीएम संजीव सहित समस्त प्र. चिकित्साधिकारी, अन्य संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

Show More

यह भी जरुर पढ़ें !

Back to top button