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नाना पर आरोपों की बौछार, कांग्रेस कलह में उद्धव सेना(a, Uddhav Sena’s) की एंट्री, दी यह नसीहत

मुंबई. महाराष्ट्र कांग्रेस पार्टी में चल रही अंतरकलह अब खुले तौर पर नजर आने लगा है. वहीं पूर्व सरकार में सहयोगी रह चुके शिवसेना यानी कि उद्धव गुट(a, Uddhav Sena’s)  भी इस अंदरूनी लड़ाई में कूद गई है. शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद संजय राउत ने टिप्पणी करते हुए कहा, ‘अगर नाना पटोले विधानसभा अध्यक्ष पद से इस्तीफा नही देते तो आज स्थिति अलग होती. उनके इस्तीफा देने के चलते MVA (महाविकास अघाड़ी) की सरकार गिरी और विरोधियों को मौका मिल गया. नाना पटोले के चलते ही MVA की सरकार गिरी.’

इसके अलावा संजय राउत ने कहा, ‘बालासाहेब थोरात के साथ जो हो रहा है, वो नहीं होना चाहिए. कांग्रेस हाईकमान को उनसे बात करके मामले को सुलझाना चाहिए.’ इसके अलावा सीएम एकनाथ शिंदे के जन्मदिन पर बधाई देते हुए कहा कि हम राजनीतिक दुश्मन हैं, पूर्व सहयोगी भी रहे हैं, लेकिन एक व्यक्ति होने के नाते उन्हें जन्मदिन की बधाई देता हूं. बता दें कि महाराष्ट्र कांग्रेस में नाना पटोले और बालासाहेब थोरात के बीच टकरार जारी है. बीते मंगलवार को बालासाहेब थोरात ने कांग्रेस के विधायक दल के नेता और पार्टी के अन्य पदों से इस्तीफा दे दिया.

कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख नाना पटोले के साथ उनके कथित मनमुटाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लिखा उनका पत्र एक दिन पहले ही सामने आया था. कांग्रेस नेता सत्यजीत ताम्बे के मामा हैं, जिन्होंने हाल ही में नासिक डिवीजन स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विधान परिषद चुनाव जीता था. थोराट का कांग्रेस को बेहद वफादार माना जाता है. इससे पहले उन्होंने कई प्रमुख मंत्री पदों को संभालने के अलावा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में सेवाएं दी हैं.

थोराट के एक करीबी ने बताया कि कांग्रेस नेता ने पार्टी आलाकमान को पत्र लिखकर पटोले से ‘गुस्सा’ होने के चलते उनके साथ काम करने में असमर्थता जतायी. थोराट ने कहा कि कोई भी फैसला करने से पहले उनसे विचार-विमर्श नहीं किया जाता.

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