वाशिंगटन और बीजिंग के बीच तनाव (Tension)होगी खत्म

वॉशिंगटन. अमेरिका और चीन की तनातनी (Tension) अब खत्म हो सकती है. इसके लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन अपना कदम आगे बढ़ा सकते हैं. इसका संकेत खुद बाइडन ने दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने बुधवार को कहा कि वह चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ ताइवान के स्व-शासित द्वीप, व्यापार नीतियों और रूस के साथ बीजिंग के संबंधों पर चर्चा करने के लिए एक संभावित बैठक की योजना बना रहे हैं.
एपी के अनुसार व्हाइट हाउस ने कहा कि वह इंडोनेशिया के बाली में अगले सप्ताह होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर बाइडन और जिनपिंग के बीच बैठक की व्यवस्था करने के लिए चीनी अधिकारियों के साथ काम कर रहे हैं. लेकिन दोनों पक्षों ने फिलहाल इस बात की पुष्टि नहीं की है कि बैठक होगी या नहीं. बाइडन ने व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया से कहा कि उनके पास जिनपिंग के साथ चर्चा करने के लिए बहुत कुछ है. क्योंकि हाल के महीनों में अमेरिका-चीन संबंध और अधिक खराब हो गए हैं.
गौरतलब है कि हाल में ताइवान के प्रति बाइडन प्रशासन के रवैये की चीन ने मुखरता से आलोचना की. चीनी राष्ट्रपति ने यह भी सुझाव दिया कि वाशिंगटन बीजिंग के बढ़ते प्रभाव को रोकना चाहता है, क्योंकि यह दुनिया की नंबर 1 अर्थव्यवस्था के रूप में यूएस को पछाड़ने की कोशिश करता है. अगस्त में हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी के ताइवान दौरे के बाद से ताइवान को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने आगे कहा कि वह संयुक्त राज्य अमेरिका के ताइवान सिद्धांत के बारे में ‘कोई मौलिक रियायतें देने को तैयार नहीं हैं.’ बाइडन ने आगे कहा कि ‘जब हमारी मुलाकात होगी तो हम हमारी सीमा रेखा क्या है? इसके बारे में बात करेंगे. इसके साथ ही मैं यह समझने की कोशिश करूंगा कि वह चीन के महत्वपूर्ण राष्ट्रीय हितों में किन मुद्दों को साथ लेकर चल रहे हैं. इसके साथ ही यह निर्धारित करेंगे कि वे एक दूसरे के साथ आगे संघर्ष करेंगे या नहीं.’