दो कट्टर दुश्मन देशों के बीच तनाव अपने चरम पर
नई दिल्ली: ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स ने बताया कि उसने शनिवार को इजरायल पर दर्जनों ड्रोन और मिसाइलें लॉन्च की हैं. इस कदम के बाद दो कट्टर दुश्मन देशों के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है. इस बीच अमेरिका ने कहा है कि वो इजरायल का साथ देगा. इजराइल की सेना ने कहा है कि ईरान द्वारा लॉन्च ड्रोन कुछ ही घंटों में अपने लक्ष्य पर पहुंच जाएंगे. इराक के सुरक्षा सूत्रों ने कहा कि उन्हें ईरान से उनके देश के ऊपर उड़ते देखा गया था.
ईरान ने जो मिसाइलें लॉन्च की हैं, वे संभवतः जल्द ही हमला करेंगी लेकिन कुछ मिसाइलों और ड्रोनों को सीरिया या जॉर्डन के ऊपर मार गिराया गया है.
इजरायली डिफेंस फोर्सेज ने कहा, “ईरान ने कुछ समय पहले अपने क्षेत्र के भीतर से इजराइल की ओर ड्रोन लॉन्च किए थे. आईडीएफ हाई अलर्ट पर है और ऑपरेशनल स्थिति पर लगातार नजर रख रहा है. आईएएफ लड़ाकू जेट और इजरायली नौसेना के जहाजों के साथ आईडीएफ एरियल डिफेंस हाई अलर्ट पर है.”
आईडीएफ के प्रवक्ता ने कहा, “हमारे सहयोगियों के साथ आईडीएफ इजरायल और इजरायल के लोगों की रक्षा के लिए पूरी ताकत से काम कर रहा है. यह एक मिशन है जिसे पूरा करने के लिए हम प्रतिबद्ध और तैयार हैं.”
ईरान ने 1 अप्रैल को अपने दमिश्क वाणिज्य दूतावास पर इजरायली हमले के लिए प्रतिशोध लेने की कसम खाई है, जिसमें दो वरिष्ठ कमांडरों सहित सात गार्ड अधिकारियों की मौत हो गई थी. इजराइल ने वाणिज्य दूतावास पर हमले की जिम्मेदारी ली न तो पुष्टि की है और न ही इससे इनकार किया है.
व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को ईरान को इजरायल पर हमला करने के खिलाफ चेतावनी दी थी और कहा था कि ईरान किसी भी वक्त हमला कर सकता है.
एक सेवानिवृत्त इजरायली जनरल अमोस याडलिन ने बताया कि ईरानी ड्रोन प्रत्येक 20 किलोग्राम विस्फोटकों से लैस हैं. इजरायल के पड़ोसी जॉर्डन ने कहा कि वे वे अपना हवाई क्षेत्र बंद कर रहे हैं. साथ ही जॉर्डन ने आपातकाल की स्थिति की घोषणा भी कर दी है.
सेना के सूत्रों ने बताया कि ईरान के सहयोगी सीरिया ने कहा कि वह राजधानी और प्रमुख ठिकानों के आसपास अपनी जमीन से हवा में मार करने वाली रक्षा प्रणालियों को हाई अलर्ट पर रख रहा है.