स्पाइसजेट के विमानों में तकनीकी खराबी(Technical fault )

नई दिल्ली. एयरलाइन ‘स्पाइसजेट’ ने बताया कि मौसम संबंधी रडार के काम ना करने की वजह से उसका एक मालवाहक विमान मंगलवार को कोलकाता लौट आया. चीन के चोंग्किंग शहर जा रहे विमान के पायलट को उड़ान भरने के बाद ही पता चल गया था कि उसका मौसम संबंधी रडार काम नहीं कर रहा है. ‘स्पाइसजेट’ के विमान में तकनीकी खराबी(Technical fault ) का पिछले 18 दिन में सामने आया यह आठवां मामला है. ‘स्पाइसजेट’ के दिल्ली से दुबई जा रहे एक विमान को ईंधन संकेतक में खराबी के कारण मंगलवार को कराची की ओर मोड़ दिया गया था. वहीं, उसके कांडला से मुंबई जा रहे विमान को बीच हवा में ‘विंडशील्ड’ में दरार आने के बाद महाराष्ट्र की राजधानी में प्राथमिकता के आधार पर उतारा गया था.
‘स्पाइसजेट’ के प्रवक्ता ने पांच जुलाई 2022 को ‘स्पाइसजेट बोइंग 737’ मालवाहक विमान को कोलकाता से चोंग्किंग जाना था. विमान के उड़ान भरने के बाद मौसम संबंधी रडार, मौसम की जानकारी नहीं दे रहा था. इसके बाद, पीआईसी (पायलट-इन-कमांड) ने कोलकाता लौटने का फैसला किया. विमान कोलकाता में सुरक्षित उतर गया है.’’ डीजीसीए ने पिछले 18 दिनों में तकनीकी खराबी की आठ घटनाओं के बाद स्पाइसजेट को कारण बताओ नोटिस जारी किया. डीजीसीए ने कहा कि स्पाइसजेट एयरलाइन विमान नियम, 1937 के तहत सुरक्षित, दक्ष और विश्वसनीय हवाई सेवाओं को सुनिश्चित करने में नाकाम रही है. डीजीसीए द्वारा सितंबर 2021 में स्पाइसजेट के ऑडिट में पाया गया कि कलपुर्जों के आपूर्तिकर्ताओं को नियमित आधार पर भुगतान नहीं किया जा रहा है, जिससे कलपुर्जों की कमी हो रही है.
बीते 5 जुलाई को फ्यूल इंडिकेटर खराब होने के बाद दिल्ली-दुबई बोइंग 737 विमान को कराची डायवर्ट किया गया. इसके अलावा 23 हजार फीट की ऊंचाई पर कांडला-मुंबई Q400 विमान की विंडशील्ड टूट गई, जिसके चलते मुंबई में उसकी लैंडिंग कराई गई. वहीं 2 जुलाई को जबलपुर जाने वाला बॉम्बार्डियर क्यू400 डैश 8 विमान के अंदर लगभग 5,000 फीट की ऊंचाई पर धुआं देखे जाने के बाद दिल्ली लौट आया. बीते 19 जून को पटना-दिल्ली बोइंग 737 विमान पक्षी से टकरा गया, जिसके चलते उसके एक इंजन में आग लग गई. हालांकि पायलट की सूझबूझ के चलते एक बड़ा हादसा होने से बच गया. बीते 4 मई को चेन्नई-दुर्गापुर बी737 मैक्स विमान का एक इंजन हवा में बंद हो गया, जिसके चलते उसकी लैंडिंग करानी पड़ी.