टाटा एयर इंडिया को मजबूत बनाने के लिए नई पूंजी ( infuse fresh)डालना चाहती है

नई दिल्ली. एयर इंडिया को गति देने और इसके महंगे कर्ज को चुकाने के लिए टाटा संस ने 4 अरब डॉलर जुटाने की योजना बनाई है. टाटा संस इक्विटी और हाइब्रिड डेट के जरिए फंड जुटाएगी. कंपनी ने एयर इंडिया के अधिग्रहण के लिए महंगा कर्ज लिया था. वह इसे चुकाना चाहती और साथ ही वह एयर इंडिया को मजबूत बनाने के लिए नई पूंजी ( infuse fresh) डालना चाहती है.
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, मामले से जुड़े 2 लोगों के हवाले से लाइव मिंट ने यह खबर दी है. टाटा संस ने पिछले साल अक्टूबर में एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था. टाटा संस ने 2.3 अरब डॉलर की एंटरप्राइज वैल्यू पर यह समझौता किया था. इस मामले से जुड़े सूत्रों का कहना है कि कंपनी के लिए डेट से पूंजी जुटाना तो आसान होगा, लेकिन इक्विटी कंपोनेंट में समय लग सकता है, क्योंकि एयरलाइंस बिजनेस में निवेश करने वाले इक्विटी फंडों की संख्या कम है.
जल्द नियुक्त होंगे निवेश सलाहकार
मामले से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि टाटा ग्रुप इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स की नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द शुरू करेगा. हालांकि, कुछ विदेशी ऋणदाताओं और कुछ प्राइवेट इक्विटी फंडों के साथ अनौपचारिक बातचीत कंपनी ने शुरू भी कर दी है. वहीं, दूसरे सूत्र ने बताया कि डेट रिफाइनेंसिंग पोर्शन अपेक्षाकृत आसान होगा, क्योंकि टाटा के मौजूदा बैंकिंग रिलेशनशिप के तहत आने वाले ऋणदाता इसमें शामिल होंगे. सूत्र का कहना है कि इस ट्रांजेक्शन के इक्विटी कंपोनेंट में थोड़ा समय लग सकता है, क्योंकि दुनियाभर में एयरलाइंस बिजनेस में निवेश करने वाले प्राइवेट इक्विटी फंडों की संख्या अपेक्षाकृत कम है.
एयर इंडिया के लिए पूंजी जुटाने की योजना के संबंध में मिंट के सवालों का जवाब टाटा संस के प्रवक्ता ने नहीं दिया. पिछले महीने एक दूसरी रिपोर्ट में कहा गया था कि एयरएशिया इंडिया एयरलाइंस के कुल लॉस के लिए 2,600 करोड़ रुपये का प्रोविजन कर सकती है. इस साल जून में भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने एयरएशिया इंडिया के इक्विटी शेयर के अधिग्रहण के एयर इंडिया के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी.
एयर इंडिया की हिस्सेदारी घटी
ताजा आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी 2021 में घरेलू मार्केट में एयर इंडिया की हिस्सेदारी घटकर 10.2 फीसदी रह गई थी. जनवरी 2020 में यह 11.6 फीसदी थी. जुलाई 2022 में एयर इंडिया की बाजार हिस्सेदारी और घटकर 8.4 फीसदी पर आ गई. टाटा ग्रुप की 2 अन्य एयरलाइंस कंपनियों विस्तारा और एयरएशिया की बाजार हिस्सेदारी क्रमश: 10.4 फीसदी और 4.6 फीसदी थी. भारतीय एविएशन मार्केट में Go First की बाजार हिस्सेदारी 8.2 फीसदी और स्पाइसजेट की 8 फीसदी थी. जुलाई में, भारत इंडिगो की घरेलू बाजार हिस्सेदारी 58.8 प्रतिशत थी, जो जून में 56.9 प्रतिशत थी.