तालिबान (Taliban)ने दी पकिस्तान को सीधी धमकी

काबुल: पाकिस्तान और अफगानिस्तान (Taliban) के बीच तनाव अब बढ़ता ही जा रहा है. तालिबान ने पाकिस्तानी सेना का न केवल मजाक उड़ाया है, बल्कि दशकों पुराने घाव भी कुरेद दिया है. कतर में तालिबान के एक शीर्ष नेता अहमद यासिर ने पाकिस्तान को 1971 युद्ध की याद दिलाते हुए उसे चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान, अफगानिस्तान पर हमला करता है तो 1971 की लड़ाई दोहराई जाएगी. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना को एक और युद्ध हारने से बचने के लिए अफगानिस्तान से दूर रहना चाहिए.
तालिबान के सदस्य अहमद यासिर ने तालिबान पर हमला करने के खिलाफ पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने भारत के सामने हुए आत्मसमर्पण की एक तस्वीर साझा की है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि सैन्य हमले के बारे में सोचना भारत के साथ सैन्य समझौते की शर्मनाक पुनरावृत्ति होगी.
बता दें कि पाकिस्तान में हो रहे आतंकी हमलों के लिए सेना ने अफगानिस्तान में छिपे आतंकियों पर बड़ी कार्यवाई की योजना बनाई है. पाकिस्तान के आतंकवाद विरोधी प्राधिकरण ने इस महीने की शुरुआत में देश की आंतरिक सीनेट की स्थायी समिति को बताया था कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) अभी भी तालिबान के साथ मिलकर मजबूती से काम कर रहा है.
पाकिस्तानी सेना के 93,000 सैनिकों ने किया था सरेंडर
बगंलादेश का बनना पाकिस्तान की सेना के लिए सबसे बड़ी हार का हिस्सा माना जाता है. विशेष रूप से, द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यह सबसे बड़ा सैन्य आत्मसमर्पण था. इस युद्ध में भारत के सामने पाकिस्तानी सेना के 93,000 सैनिकों ने अपने हथियार डाल दिए थे. 1971 का भारत-पाक युद्ध पाकिस्तान की ओर से शुरू किया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में भारतीय वायु सेना के ठिकानों पर हमले किये गए. इन अकारण हमलों का जोरदार जवाब भारतीय रक्षा बलों द्वारा दिया गया था.