स्वामी विवेकानंद के संदेश समूची मानवता के लिए एक मंत्र : डॉ. बिजेंद्र सिंह

अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में ललित कला विभाग द्वारा शनिवार को सात दिवसीय भित्ति चित्रण कार्यशाला “स्वामी विवेकानंद जी के आदर्श“ का आयोजन किया गया। कार्यशाला का आयोजन विश्वविद्यालय के कुलपति कर्नल डॉ बिजेंद्र सिंह की अध्यक्षता में किया गया है। कुलपति ने कार्यशाला का निरीक्षण करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद भारतीय संस्कृति के महान प्रणेता है। स्वामी विवेकानंद के संदेश समूची मानवता के लिए एक मंत्र है। स्वामी विवेकानंद युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उनका समूचा जीवन जन जागरण के लिए समर्पित रहा। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य आगामी चार जुलाई 2025 को एक दिवसीय अधिवेशन “विकास 2025“ के तहत परिसर को भित्ति चित्रों से सुसज्जित करना है। विवेकानंद प्रेक्षागृह में सौंदर्यीकरण का काम ललित कला विभाग द्वारा कार्यशाला के माध्यम से किया जा रहा है। “मैं उस ईश्वर की पूजा करता हूं, जिसे अज्ञानी लोग मनुष्य कहते हैं“। स्वामी जी के इस कथन को कैलीग्राफी के माध्यम से प्रेक्षाग्रह की दीवारों पर सुलेखित किया गया है। ललित कला विभाग के समन्वयक प्रो. सुरेंद्र मिश्र ने बताया कि इस कार्यशाला में स्वामी विवेकानंद प्रेक्षागृह के भीतरी दीवारों पर विवेकानंद जी के व्यक्तित्व का सजीव चित्रण करने के साथ उनके आदर्शों को सुलेखित किया गया जाएगा। इस भित्तिचित्रण में ललित कला विभाग के पेंटिंग वर्ग के छात्र- छात्राओं द्वारा बनाया जाएगा। इसमें 50 छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया है। कार्यशाला के निरीक्षण में कुलसचिव विनय कुमार सिंह, प्रॉक्टर प्रो. एस एस मिश्र, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. नीलम पाठक, संयोजिका डॉ. रीमा सिंह, डॉ. अलका श्रीवास्तव, डॉ. रचना श्रीवास्तव उपस्थित रहे।