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सूर्य नमस्‍कार (Surya Namaskar)सेपूरे शरीर को मिलता है फायदा

सूर्य नमस्‍कार : सेहतमंद शरीर के लिए जरूरी है कि आप रोज अपने शरीर के हर अंग को एक्टिव रखें और योग ध्‍यान आदि करें. ऐसे में अगर आप दिन की शुरुआत रोजाना सूर्य नमस्‍कार (Surya Namaskar) के साथ करें तो ना केवल दिनभर चुस्त-दुरुस्त रहेंगे बल्कि आप लंबी उम्र तक बीमारियों से भी बचे रहेंगे. आपको बता दें कि सूर्य नमस्‍कार एक बेहतरीन कार्डियो व्‍यायाम है जो फेफड़ों से लेकर मसल्‍स आदि की क्षमता को बढा़ने और लचीला बनाए रखने में भी मदद करता है. इसी को देखते हुए आज योग प्रशिक्षिका सविता यादव ने योगा सेशन में सूक्ष्‍मयामों के बाद सूर्य नमस्‍कार का अभ्‍यास कराया.

इस तरह करें सूर्य नमस्‍कार का अभ्‍यास
प्रणामासन
सबसे पहले अपने मैट पर आप सीधे खड़े हो जाएं और अपने दोनों को पैरों को मिलाकर अपनी कमर को सीधा रखें. अब दोनों हाथों को अपने सीने के पास लाएं और प्रणाम की मुद्रा बनाकर आंख बंद कर गहरी सांस लें और ध्‍यान करें.

हस्तउत्तनासन
अब गहरी सांस लेते हुए अपने हाथों को सिर के ऊपर ले जाएं और धीरे धीरे पीछे की तरफ झुकाएं.

पादहस्तासन
अब धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें और अपने हाथों से पैरों की उंगलियों को छूने का प्रयास करें. इस मुद्रा में आपका सिर घुटनों से मिलना चाहिए.

अश्व संचालनासन
अब दाहिने पैर को पीछे की ओर ले जाते हुए घुटना जमीन से लगाएं. इस दौरान दूसरे पैर को मोड़ें. अपनी हथेलियों को जमीन पर सीधा रखें और ऊपर सिर रखकर सामने की ओर देखें. विस्‍तार से देखने के लिए विडियो लिंक पर क्लिक करें.

दंडासन
अब अपने दोनों हाथों और पैरों को सीधा और एक ही लाइन में रखें. इसके बाद पुश-अप करने की अवस्था में आ जाएं.

अष्टांग नमस्कार
अपनी दोनों हथेलियों, चेस्ट, घुटनों और पैरों को जमीन से सटाएं. अब इस अवस्था में कुछ देर रहें.

भुजंगासन
अपनी हथेलियों को जमीन पर रखें और पेट को जमीन से सटाते हुए गर्दन को पीछे की ओर झुकाएं.

अधोमुख शवासन
अधोमुख शवासन को पर्वतासन भी कहा जाता है. इसके के लिए अपने पैरों को जमीन पर सीधा रखें. अब कूल्हे को ऊपर की ओर उठा लें. अपने कंधों को सीधा रखें और मुंह को अंदर की तरफ रखें.

अश्व संचालनासन
दाहिने पैर को पीछे की ओर ले जाएं और घुटना जमीन से मिला कर रखें. अब अपने दूसरे पैर को मोड़े और हथेलियों से जमीन को छुएं. सिर को आसमान की ओर रखें. जिन लोगोंं को घुटने में दर्द है वे इसे ना करें.

पादहस्तासन
अब आगे की ओर झुककर हाथों से पैरों की उंगलियों को छुएं. इस दौरान आपको अपना सिर घुटनों से मिलाना है.

हस्तउत्तनासन
इस आसन को अर्धचंद्रासन भी कहा जाता है. अब प्रणामासन में खड़े होकर अपने हाथों को सिर के ऊपर उठा लें और सीधा रखें. अब हाथों को प्रणाम करने की मुद्रा में ही पीछे की ओर ले जाएं और अपनी कमर को पीछे की तरफ झुका लें.

प्रणामासन
अब सीधा खड़ा होकर हाथों से प्रणामासन की मुद्रा बनाएं. आप 10 बार इस पूरे चक्र को करें. क्षमता के अनुसार इसकी गति को बढ़ाएं. इस बात का ध्‍यान रखें कि योगाभ्यास अपनी क्षमता अनुसार ही हो और श्‍वांस-प्रश्वास सही तरीके से लेते रहें.

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