SCO सदस्यों के बीच अधिक सहयोग और विश्वास का समर्थन

समरकंद । उज्बेकिस्तान (support of faith) के समरकंद में हो रही शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन, यानी SCO की बैठक का पहला राउंड समाप्त हो गया है। PM मोदी 15 सितंबर की रात को समरकंद पहुंचे थे। मोदी आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव के साथ द्विपक्षीय (support of faith) बैठक भी करेंगे। शाम को PM वापस नई दिल्ली रवाना हो जाएंगे। इस मीटिंग में SCO के सुधार और विस्तार, रीजनल सिक्योरिटी, सहयोग, कनेक्टिविटी को मजबूत करने और व्यापार को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई।
इस दौरान PM मोदी ने कहा- भारत SCO सदस्यों के बीच अधिक सहयोग और विश्वास का समर्थन करता है। टेक्नोलॉजी के उचित उपयोग पर भी फोकस दिया जा रहा है। हम इनोवेशन का समर्थन कर रहे हैं। भारत में 70 हजार से अधिक स्टार्टअप हैं, इनमें 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न हैं। हम नए स्पेशल वर्किंग ग्रुप की स्थापना करके SCO सदस्यों के साथ अपना अनुभव साझा करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा- दुनिया कोविड महामारी से उबर रही है। यूक्रेन क्राइसिस और कोरोना की वजह से ग्लोबल सप्लाई चेन में कुछ दिक्कतें आई हैं।
विश्व ऊर्जा और खाद्य संकट का सामना कर रहा है। SCO देशों के बीच सप्लाई चेन विकसित करने का प्रयास करना चाहिए। इसके लिए बेहतर कनेक्टिविटी की जरूरत है। 2023 को ईयर ऑफ मिलेट्स के तौर पर मनाया जाएगा। भारत विश्व के मेडिकल टूरिज्म के लिए सबसे उचित डेस्टिनेशन है। हमने गुजरात में ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रैडीशनल मेडिसिन का उद्घाटन किया। हमें SCO देशों के बीच ट्रैडीशनल मेडिसिन पर सहयोग बढ़ाना चाहिए।
भारत इसके लिए पहल करेगा।SCO मीटिंग से ठीक पहले फोटो सेशन कराते हुए समिट में शामिल आठों देशों के प्रमुख। बाएं से- नरेंद्र मोदी (भारत), कासिम-जोमार्त तोकायेव (कजाकिस्तान), सदिर जपारोव (किर्गिस्तान), शी जिनपिंग (चीन), शावकत मिर्जियोयेव (उज्बेकिस्तान), व्लादिमिर पुतिन (रूस), एमोमली रहमन (तजाकिस्तान), शाहबाज शरीफ (पाकिस्तान)।