सुनील (sunil ) कडुगोलू कांग्रेस में शामिल

बेंगलुरु. कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सफलता के पीछे काम करने वाले एक चुनावी रणनीतिकार सुनील (sunil ) कडुगोलू को कैबिनेट मंत्री के दर्जे के साथ मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के मुख्य सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया है. कर्नाटक मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने गुरुवार को यह जानकारी दी.
मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों ने पहले ही पुष्टि कर दी थी कि नियुक्ति को अंतिम रूप दे दिया गया है और जल्द ही आदेश जारी किया जाएगा. यह भी पता चला है कि पार्टी आलाकमान कर्नाटक में जोरदार जीत को देखते हुए, जहां पार्टी अपने सूक्ष्म प्रबंधन पर बहुत अधिक निर्भर थी, अगले साल के लोकसभा चुनावों के लिए भी सुनील कडुगोलू की सेवाओं का इस्तेमाल करना चाहता है.
कडुगोलू कर्नाटक में पिछली भाजपा सरकार के खिलाफ ’40 प्रतिशत’ और ‘पे-सीएम’ जैसे अभियान विकसित करने के पीछे कांग्रेस कोर टीम के सदस्यों में से एक हैं. बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले कडुगोलू का जन्म बल्लारी जिले में हुआ और बाद में वे चेन्नई और बेंगलुरु में रहे. उनके पास फाइनेंस में एमएस की डिग्री है और वे एमबीए भी हैं. उनकी फर्म माइंडशेयर एनालिटिक्स ने कर्नाटक विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के लिए काम किया था.
कडुगोलू 2014 के लोकसभा चुनावों में जाने-माने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ भी काम कर चुके हैं, लेकिन बाद में वे अलग हो गए और अपनी खुद की फर्म बनाई. किशोर के विपरीत, कडुगोलू की सोशल मीडिया पर कोई मौजूदगी नहीं है और कहा जाता है कि वह एक ऐसे शख्स हैं जिन्हें एकांत पसंद है. कर्नाटक चुनाव से पहले, वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे और पर्दे के पीछे एक रणनीतिकार के तौर पर काम करते रहे.
कडुगोलू ने पहले डीएमके प्रमुख और अब तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के साथ भी काम किया है. 2016 में राज्य में विधानसभा चुनावों के लिए ‘नमक्कू नामे’ अभियान उन्हीं के दिमाग की उपज थी. यह सफल साबित हुई और इसने स्टालिन की सार्वजनिक छवि को काफी ऊंचा किया, लेकिन डीएमके चुनाव जीतने में विफल रही और एआईएडीएमके ने सत्ता बरकरार रखी. जैसा कि एक कांग्रेसी नेता ने तब कहा था, ‘डीएमके हार गई, लेकिन स्टालिन एक नेता के रूप में उभरे.’
कर्नाटक में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनाव में कांग्रेस ने 135 सीट अपने नाम की थीं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा नीत जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमश: 66 और 19 सीट हासिल की थीं.
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