
Uttarakhand:पत्नी की बीमारी के बीच डॉ. शर्मा खुद भी बीमार हो गए थे। साथ ही खराब आर्थिक स्थिति के चलते वह बहुत परेशान थे। इसी से जूझते हुए उन्होंने पत्नी सहित आत्महत्या करने का फैसला लिया। मंगलवार रात उन्होंने बेटे के साथ खूब मस्ती की। रात 12 बजे तक लूडो खेलते रहे। इसके बाद उन्होंने खुद को और पत्नी को इंजेक्शन लगा लिया।डॉ. इंद्रेश शर्मा मंगलवार रात बेटे को भी मौत का इंजेक्शन लगाने जा रहे थे। इस पर बेटे ईशान ने उनसे पूछा कि पापा क्या कर रहे हो। तब डॉक्टर ने इंजेक्शन लगाने का प्रैक्टिकल कर दिखाने की बात कही लेकिन बाद में उन्होंने अपना इरादा बदल लिया। अगर वह इंजेक्शन लगा देते तो ईशान के साथ भी अनहोनी हो सकती थी। डॉ. शर्मा की कहानी गरीबी, बीमारी के दर्द और मुफलिसी से भरी हुई है। आईटीआई थाना पुलिस के अनुसार इंद्रेश परिवार से बहुत प्यार करते थे। पत्नी, बेटी उर्वी और बेटा ईशान सभी उन्हें प्रिय थे। 12 साल पहले जब पत्नी बीमार पड़ी तो उन्होंने साथ नहीं छोड़ा। वह कैंसर से लड़ रही पत्नी के साथ हर पल रहे। कई बार पत्नी को खून दिया, जिसके चलते खून की कमी हो गई।