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अचानक ‘भाप की तरह उड़’ (flying like steam)रहे हैं लोग, जासूस तक लगाए

जापान : अक्सर आपने लोगों को कहते हुए सुना होगा कि ज़िंदगी से बड़ा मन भर गया है और वे अब इसे या तो नए सिरे से शुरू करना चाहते हैं या फिर सब छोड़कर दूर कहीं जाना चाहते हैं. हालांकि ऐसी बातें कुछ ही देर की होती हैं और अगले ही पल इंसान अपनी ज़िंदगी में रम जाता है. आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताएंगे, जहां वाकई लोग ज़िंदगी से दूर ‘भाप की तरह उड़’ (flying like steam) जाते हैं और उनका फिर कभी पता नहीं चलता.

तकनीक और शिक्षा के मामले में आपने जापान के बारे में काफी कुछ सुना होगा. यहां बच्चों को बचपन से ही ज़िंदगी की सच्चाई से रूबरू कराया जाता है और आगे के लिए ट्रेनिंग दी जाती है. फिर भी, आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन जापान में लोग अपनी ज़िंदगी में सारी चीज़ें छोड़-छाड़कर अचानक गायब हो रहे हैं. फिर चाहे कोई कुछ भी कर ले, उनका पता नहीं चल पाता.

कैसे गायब हो जाते हैं लोग?
जापान में इस तरह गायब होने वाले लोगों को जोहात्सु कहा जाता है. जापान की भाषा में जोहात्सु का मतलब होता है ‘भाप बनकर उड़ जाना.’ इस काम में बाकायदा कंपनियां इन लोगों की मदद करती हैं और इसके लिए फीस के तौर पर मोटी रकम वसूलते हैं. कई बार तो लोग घर से रोज़ाना की तरह ही नौकरी के लिए निकलते हैं और फिर वापस लौटकर नहीं आते. प्रोफेशनल तौर पर जो कंपनियां लोगों को गायब करती हैं, उन्हें नाइट मूविंग सर्विस देना कहा जाता है. गायब लोगों के रहने की व्यवस्था गुप्त जगहों पर होती है और उन्हें वहीं नई ज़िंदगी की शुरुआत का मौका मिलता है. पर्सनल या प्रोफेशन ज़िंदगी से दुखी लोग भी इस ऑप्शन को अपना लेते हैं.

सालों से चल रहा है जोहात्सु बनने का सिलसिला
बीबीसी की रिपोर्ट की मानें तो 1990 के दशक में ऐसी सर्विस शुरू करने वाले शो हतोरी ने बताया कि जोहात्सु बनने यानि गायब होने वाले लोग हमेशा निगेटिव ही नहीं सोचते. पहले जहां लोग कर्ज से बचने के लिए गायब होते थे, वहीं अब लोग नई नौकरी या दूसरी शादी के लिए भी ऐसा करते हैं. सबसे पहले 1960 के दशक से ये सिलसिला शुरू हुआ, जो अब तक जारी है. प्राइवेसी को लेकर सख्त कानून होने की वजह से लोग पुलिस के बजाय जासूसों की मदद लेते हैं, फिर भी ऐसे लोगों का मिलना करीब-करीब नामुमकिन हो जाता है.

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