76 की उम्र में ऐसी फिटनेस (76 की उम्र )
ऑस्ट्रेलिया :ऑस्ट्रेलिया की रहने वाली कैरोलिन हर्ट्ज़ फिर से चर्चा में हैं. अपनी स्लिम फिट बिकिनी सूट वाली बॉडी से, जिसकी चाह 30 से 35 की उम्र की महिलाएं रखती हैं उनको भी मात दे रही हैं. फिर भी चर्चा की वजह क्यों? 3 बच्चों की मां और 4 बच्चों की दादी की 76 साल की उम्र (76 की उम्र ) में भी उनके सामने फैशन मॉडल फेल हैं. लेकिन ऐसी क्या वजह है कि इतनी ज्यादा उम्र होने के बावजूद ये महिला बिल्कुल स्लिम फीट हैं. आइए जानते हैं.
कैरोलिन हर्ट्ज़ ऑस्ट्रेलिया की रहने वाली हैं. 76 साल की उम्र होने के बावजूद भी वह अपने स्लिम फीट परफेक्ट बॉडी के लिए दुनिया भर में काफी मशहूर हैं. हालांकि उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने जवां लुक और फिटनेस का राज बताया है.
पेशे से बेकर हर्ट्ज़ का दावा है कि उन्होंने पिछले 35 सालों से शक्कर नहीं खाई है. उन्होंने बताया कि 41 साल की उम्र में उन्हें प्री-डायबिटीक बीमारी का पता चला जिसके बाद से उन्होंने शुगर वाली हर चीजों का त्याग कर दिया.
हर्टज़ ने बताया कि वह शुगर की जगह जाइलिटोल का खाने में मिठास के लिए करती हैं. जाइलिटोल दरअसल एक कृत्रिम शुगर है. ये प्राकृतिक शुगर से काफी अलग होता है. जाइलिटॉल चीनी के विकल्पों के समूह में से एक है जिसे पॉलीओल्स के नाम से जाना जाता है.
हर्टज़ ने अपनी सुंदरता और फ़िटनेस के राज बताए हैं. उन्होंने बताया कि 45 की उम्र से बास्केटबॉल खेल रही हैं, 65 की उम्र से योग कर रही हैं और रोजाना 8 घंटे की नींद लेती हैं.
हर्टज़ ने 45 की उम्र में स्वीटलाइफ नाम की कंपनी की स्थापना की. इसमें उन्होंने शुगर को छोड़ उसके विकल्पों की जानकरी देती हैं. वह अपनी वेबसाइट के माध्यम से लोगों को शक्कर की जगह जाइलिटॉल लेने की बात कहती हैं. जिसपर उनका काफी काफी आलोचना भी हो रही है.
उनकी कंपनी के प्रोडक्ट्स में स्वीटनर में जाइलिटॉल का इस्तेमाल होता है. लोगों का कहना है कि, ‘जाइलिटॉल प्राकृतिक शुगर से ज्यादा खतरनाक होते हैं.’ लोगों का कहना है कि अपने लुक्स के राज बताने के बहाने कैरोलिन अपनी कंपनी के प्रोडक्ट का विज्ञापन कर रही हैं.
उन्होंने 40 से ज्यादा की उम्र की महिलाओं के वजन को लेकर भी बातें की हैं. उनका कहना है कि ‘जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है हमारा मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, इसका सीधा सा मतलब है कि हमें नियंत्रण रखना होगा और स्वस्थ विकल्प चुनना होगा और थोड़ी अधिक मेहनत करनी होगी.’