राज्य

पति-(wife)पत्‍नी और वो की कहानी

ग्वालियर. मध्‍य प्रदेश के ग्वालियर में एक पति और दो पत्नियों के बीच हुआ अनोखा समझौता सुर्खियों में है. गुरुग्राम (हरियाणा) में तैनात एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर शादीशुदा होने के बावजूद अपने सहकर्मी से दिल लगा बैठा. खुद को कुंवारा बताकर पहले से विवाहित इंजीनियर ने साथ में काम करने वाली युवती को जाल प्रेम जाल में फंसाया. कुछ महीने तक लिव-इन रिलेशनशिप में रहे फिर शादी रचा ली. इधर, मायके में बैठी पहली पत्नी (wife) एक दिन पति को तलाशते हुए गुरुग्राम पहुंच गई तब जाकर पति की दूसरी शादी का खुलासा हुआ. पत्नी ने ग्वालियर आकर फैमिली कोर्ट में भरण-पोषण का केस दायर करने की तैयारी की, लेकिन काउंसलर हरीश दीवान ने दोनों महिलाओं और पति को बुलाकर काउंसलिंग के जरिए अनोखा समझौता करा दिया.

इंजीनियर पति दोनों पत्नियों को गुरुग्राम में ही अलग-अलग फ्लैट दिलवा दिया. समझौते के तहत पति 3 दिन पहली पत्नी के साथ रहेगा 3 दिन दूसरी पत्नी के साथ बिताएगा. एक दिन खाना पहली पत्नी के यहां खाएगा तो दूसरे दिन दूसरी पत्नी के फ्लैट में भोजन करने जाएगा. पति अपना खर्च निकालने के बाद बची तनख्वाह को दोनों पत्नियों में आधा-आधा बांटेगा. रविवार को पति अपनी मर्जी का मालिक होगा. दोनों पत्नियों का संडे के दिन अपने पति पर कोई हक नहीं होगा. पत्‍नी का 2 बीवियों के बीच यह अनोखा बंटवारा सुर्खियों में बना हुआ है.

ग्वालियर निवासी 28 साल की युवती की 5 साल पहले सॉफ्टवेयर इंजीनियर से शादी हुई थी. शादी के बाद दोनों का एक बेटा हुआ. करीब 2 साल तक पति-पत्नी साथ रहे. साल 2020 में लॉकडाउन लगा तो पति अपनी पत्नी को ग्वालियर स्थित मायके में छोड़कर चला गया. इस दौरान इंजीनियर पति का दिल अपने साथ काम करने वाली एक लड़की पर आ गया. इंजीनियर ने खुद को कुंवारा बताकर सहकर्मी के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहना शुरू कर दिया और कुछ महीनों बाद दोनों ने शादी भी कर ली. शख्‍स का दूसरी पत्‍नी से बेटी हुई. दूसरी तरफ लॉकडाउन खत्‍म होने के बाद भी जब पति लेने नहीं आया तो मायके में बैठी पहली पत्नी को संदेह हुआ. लंबे इंतजार के बाद पहली पत्नी गुरुग्राम पहुंच गई तो वहां उसे अपने पति द्वारा दूसरी शादी रचाने की जानकारी मिली. दूसरी पत्नी को भी यह जानकर झटका लगा कि उसका पति पहले से शादीशुदा है. गुरुग्राम में पति और दोनों पत्नियों के बीच जमकर झगड़ा हुआ. पहली पत्नी नाराज होकर केस करने ग्वालियर आ पहुंची.

पहली पत्नी ग्वालियर फैमिली कोर्ट पहुंची और अपने पति के खिलाफ भरण-पोषण का केस दायर करने की तैयारी करने लगीं. इसी दौरान फैमिली कोर्ट के काउंसलर हरीश दीवान की मुलाकात युवक की पहली पत्नी से हुई. काउंसलर अधिवक्ता हरीश दीवान ने पहली पत्नी को पति के साथ ही रहने की समझाइश दी. महिल के पति से बातचीत की गई तो उसने बताया कि पत्नी का बर्ताव ठीक नहीं था, इसलिए उनका साथ काम करने वाली युवती पर दिल आ गया और दूसरी शादी रचा ली. शख्‍स ने स्‍पष्‍ट शब्‍दों में कहा कि अब वह दूसरी पत्नी को किसी हाल में नहीं छोड़ सकता है. काउंसलर हरीश दीवान ने उनको समझाया कि पहली पत्नी को तलाक दिए बिना उसकी दूसरी पत्नी को कानूनी दर्जा नहीं मिल सकता है. पहली पत्नी दहेज प्रताड़ना सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कराएगी, ऐसे में तुम्हारी नौकरी पर भी संकट आ जाएगा. इतना सुनने के बाद पति समझौते के लिए तैयार हो गया. फोन पर ही दूसरी पत्नी को भी समझाया गया और वह भी समझौता करने के लिए तैयार हो गई.

संडे को अपनी मर्जी का मालिक
काउंसलर हरीश दीवान ने पति और दोनों पत्नियों के बीच बातचीत करके समझौता करा दिया. पति और दोनों पत्नियों ने फैमिली कोर्ट जाने से पहले ही समझौता कर लिया. समझौते के तहत पति ने दोनों पत्नियों को गुरुग्राम में एक-एक फ्लैट दिलाया है. पहली पत्नी फ्लैट में अपने बेटे के साथ रहेगी तो वहीं दूसरे फ्लैट में दूसरी पत्नी अपनी बेटी के साथ रहेगी. सप्ताह में पति 3 दिन पहली पत्नी के साथ रहेगा और 3 दिन दूसरी पत्नी के साथ वक्‍त बिताएगा. एक दिन पति पहली पत्नी के घर खाना खाएगा तो दूसरे दिन दूसरी पत्नी के घर खाना खाएगा. इंजीनियर पति अपनी तनख्वाह में से खर्च के रुपए निकालेगा और बची हुई राशि दोनों पत्नियों में आधा-आधा बांट देगा. रविवार को पति आजाद रहेगा. संडे को दोनों ही पत्नियों का अपने पति पर किसी तरह का दबाव या लिखित अधिकार नहीं रहेगा.

 

Show More

यह भी जरुर पढ़ें !

Back to top button