अकाउंट में पहुंचे पैसे फिर भी नहीं है यूनिफॉर्म, क्या है माजरा ?
आजमगढ़ में स्कूल के बच्चे बिना यूनिफॉर्म के आ रहे हैं। सरकार ने यूनिफॉर्म के पैसा कुछ बच्चों के अभिभावकों के खाते में भेज दिए हैं। माना जा रहा है कि अभिभावक आर्थिक तंगी की वजह से पैसे अन्य जगह खर्च कर चुके हैं। आजमगढ़ में स्कूल के बच्चे बिना जूते-मौजे और यूनिफॉर्म के आ रहे हैं। शासन ने यूनिफॉर्म के पैसे कुछ बच्चों के अभिभावकों के खाते में भेज दिए हैं।। इसके बाद भी छात्र एवं छात्राओं ने ड्रेस नहीं खरीदी। माना जा रहा है कि अभिभावक आर्थिक तंगी की वजह से पैसे अन्य जगह खर्च कर चुके हैं। हालांकि बच्चों को यूनिफॉर्म, स्कूल बैग आदि मुहैया कराने के लिए शिक्षकों के द्वारा अभिभावकों पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है।
अभिभावकों के खाते में पैसा भेज चुका
जिले में 2703 परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। जिनमें सत्र 2022-23 में सवा चार लाख विद्यार्थी पंजीकृत हैं। परिषदीय विद्यालयों के विद्यार्थियों की यूनिफॉर्म के लिए पैसे सत्र 2021-22 से ही प्रदेश सरकार डीबीटी के माध्यम से बच्चों के अभिभावकों के खाते में 1100 रुपये भेजी थी। वहीं इस वर्ष प्रति छात्र 1200 रुपये के हिसाब से अभिभावकों के खातों में रुपये भेज रही है। हालांकि विभाग अब तक कितने बच्चों के अभिभावकों के खाते में पैसा भेज चुका यह नहीं बता रहा लेकिन पैसे भेजने की बात कर रहा है।
जिन बच्चों के अभिभावकों के खाते में धनराशि भेजी जा चुकी है वह बच्चे भी बिना ड्रेस के ही विद्यालय आ रहे हैं। न तो वह ड्रेस है न ही जूते और मोजे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार सिंह ने कहा कि बच्चों के अभिभावकों के खाते में धनराशि भेज दी गई है। कुछ की बाकी है तो उन्हें भी जल्द भेज दी जाएगी।