मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए, निर्धारित दिवस को दूध, फल बच्चों को खिलाया जाए-अविनाश कृष्ण सिंह

( रामजी लाल गोस्वामी)
मैनपुरी ( ब्यूरो रिपोर्ट):जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने जिला शिक्षा अनुश्रवण समिति, मध्यान्ह भोजन टास्क फोर्स की मासिक समीक्षा के दौरान ऑपरेशन कायाकल्प के तहत विभिन्न बिंदुओं में विद्यालय संतृप्त न पाए जाने पर खंड शिक्षाधिकारी मैनपुरी, बरनाहल, किशनी, खंड विकास अधिकारी बरनाहल, मानक के अनुसार विद्यालय का निरीक्षण न करने पर खंड शिक्षाधिकारी करहल को चेतावनी जारी करने, निरंतर अनुपस्थित, अवकाश पर रहने वाले शिक्षकों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने, थर्ड पार्टी असिसमेंट के दौरान खंड शिक्षाधिकारियों को उपस्थित रहने के निर्देश देते हुये कहा कि खंड शिक्षाधिकारी अपने-अपने खंड विकास अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर 15 दिसम्बर तक विद्यालयों को समस्त 19 बिन्दुओं से संतृप्त कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने ऑपरेशन कायाकल्प की विकास खंडवार, विद्यालयवार समीक्षा करने पर पाया कि सबसे खराब स्थिति विकासखंड बरनाहल, नगर क्षेत्र मैनपुरी की है, यहां अधिकांश बिंदुओं में विद्यालय असंतृप्त हैं। उन्होंने जानकारी करने पर पाया कि बालक शौचालय में विकासखंड किशनी के 11, बरनाहल के 03, बालिका शौचालय में विकासखंड बरनाहल का 01. किशनी के 02, दिव्यांग शौचालय में विकासखंड कुरावली के 102, मैनपुरी, किशनी के 91-91, बेवर के 85, विद्युतीकरण में करहल के 23, मैनपुरी के 05, बालक यूरिनल में घिरोर के 24, कुरावली के 31. मैनपुरी के 39, बरनाहल के 44. सुल्तानगंज के 75, बेवर के 46. जागीर के 29, करहल के 11. बालिका यूरिनल में घिरोर के 21, कुरावली के 16, मैनपुरी के 78, बरनाहल के 45. सुल्तानगंज के 67, बेवर के 40, जागीर के 21. करहल के 08. किशनी के 40 विद्यालय असंतृप्त है।
नींद,नशा एवं तेज स्पीड दुर्घटनाओं के प्रमुख कारण-पुलिस अधीक्षक
श्री सिंह ने नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि 15 दिसंबर तक जनपद के सभी प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालय बालक-बालिका यूरिनल, शौचालय के बिंदुओं से प्रत्येक दशा में संतृप्त किए जाएं, खंड शिक्षाधिकारी, खंड विकास अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर 15 दिसंबर तक विकासखंड घिरोर, जागीर, करहल के 95 प्रतिशत, बरनाहल, नगर क्षेत्र के 93 प्रतिशत शेष विकास खंडों के विद्यालयों को 94 प्रतिशत तक संतृप्त करना सुनिश्चित करें यदि 15 दिसंबर तक बिद्यालय बालक-बालिका यूरिनल, शौचालय, दिव्यांग शौचालय में असंतृप्त पाए गए तो संबंधित खंड शिक्षाधिकारियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही होगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर विद्यालयों की कमियों को दूर करायें, विद्यालयों में मूल-भूत सुविधाओं की उपलब्धता को सुनिश्चित करते हुए शैक्षिक वातावरण सुधारने की दिशा में कार्य करें। उन्होंने जिला समन्वय बालिका शिक्षा को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद के संचालित कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में सभी मूल-भूत सुविधाएं उपलब्ध रहें, छात्राओं की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए, सुरक्षा की दृ ष्टि से सभी मानकों को पूरा किया जाए, विद्यालय में पंजीकृत छात्र को उसके अभिभावक के साथ ही घर भेजा जाए, किसी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश किसी भी दशा में विद्यालय परिसर में न हो, सुनिश्चित किया जाए, जनपद स्तर से तैनात महिला नोडल अधिकारी अपने-अपने आवंटित कस्तूरबा गांधी विद्यालय का प्रतिमाह निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखें।
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जिलाधिकारी ने खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि ऐसे शिक्षक जो निरंतर विद्यालय से अनुपस्थित रहते हैं या ऐसे शिक्षक जो नियमित रूप से अवकाश लेकर विद्यालय से गायब रहते हैं, ऐसे शिक्षकों की सूची विकास खंडवार तैयार की जाए, 03 सबसे खराब शिक्षकों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही हो, शिक्षक के रूप में छात्रों को शिक्षा उपलब्ध न करना अपराध है, अपने दायित्वों के प्रति लापरवाह शिक्षकों की सेवा समाप्ति की कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि निर्धारित मीनू के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को मध्यान्ह भोजन गुणवत्ता के साथ उपलब्ध कराया जाए, छात्रों को पक्के स्थान पर बिठाकर ही खाना खिलाया जाए, खाना खाने वाले स्थान की नियमित रूप से सफाई करायी जाए, छात्रों को गर्म भोजन परोसा जाए, रसोइयों को हिदायत दी जाए कि खाना खिलाने के समय से आधा घंटा पूर्व ही खाना तैयार करें, किसी भी दशा में बच्चों को ठंडा खाना न खिलाया जाए, सोमवार को पंजीकृत छात्रों को ताजा मौसमी फल एवं बुधवार को निर्धारित मात्रा में उच्च क्वालिटी का दूध उपलब्ध कराया जाए। मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु ने खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि विद्यालयों में शिक्षकों की समय से उपस्थिति सुनिश्चित करायें, पंजीकृत छात्रों के सापेक्ष छात्रों की उपस्थिति में भी सुधार लाया जाए, छात्रों में आत्मविश्वास उत्पन्न करने के लिए प्रतिदिन प्रार्थना सभा में किसी न किसी छात्र से किसी भी विषय पर बुलवाया जाए, प्राथमिक विद्यालयों में छात्रों के मध्य विभिन्न एक्टिविटीज कराई जाएं, क्लास मॉनिटर भी बनाए जाएं ताकि बच्चों का मनोबल बढ़े। इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आर.सी. गुप्ता, परियोजना निदेशक डी.आर.डी. ए. सत्येंद्र कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी अशोक कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी तुलसीराम, जिला पूर्ति अधिकारी कयामुद्दीन अंसारी, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी महेंद्र कुमार, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी दीपिका गुप्ता, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका लालचंद भारती, समस्त खंड विकास अधिकारी, खंड शिक्षाधिकारी सहित संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।