वसूली लिस्ट ट्वीट पर अमिताभ ठाकुर को कारण बताओ नोटिस
लखनऊ । उत्तर प्रदेश शासन ने आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर द्वारा थाना कोतवाली मुगलसराय, चन्दौली की कथित वसूली लिस्ट वायरल करने के संबंध में उनका स्पष्टीकरण माँगा है। शासन ने कहा है कि अमिताभ द्वारा सोशल मीडिया नीति का उल्लंघन करते हुए तथ्यों को सार्वजनिक करना अनुचित आचरण की श्रेणी में आता है एयर अवैधानिक कार्यों में लिप्त व्यक्तियों की सूची सार्वजनिक होने से उनके द्वारा अपना बचाव करने व साक्ष्यों से छेडछाड का अवसर मिलता है। अमिताभ ने लिस्ट ट्वीट करते हुए कहा था कि इस हैण्डरिटेन लिस्ट से टोटल प्रति माह की वसूली रु0 35.64 लाख के अलावा 15 व्यक्तियीं से अवैध खनन से रु0 12500 प्रति वाहन तथा पडवा कट्टा का काम करने वाले कबाड़ी से रु0 4000 प्रति वाहन होता है. इसमें गांजा दूकान का रु0 25 लाख भी शामिल है. उन्होंने इन तथ्यों की गहन जाँच की मांग की थी। सतर्कता अधिष्ठान की जाँच में अवैध वसूली तथा विभिन्न अवैध गतिविधियां करने की पुष्टि हुई है। अमिताभ की पत्नी एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने इस कारण बताओ नोटिस को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि जहाँ शासन को अवैध वसूली करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए, वहीँ वे भ्रष्टाचार सामने लाने वाले को ही प्रताडि़त कर रहे हैं।