
सिरोही । राजस्थान (life at stake) के सिरोही जिले में अपने पिता पर भालू को हमला करते देख एक बेटी ने अपनी जिंदगी दांव पर लगा (life at stake) दी। उसने भालू का मुकाबला करते हुए पिता को बचा लिया। सिरोही के रेवदर कस्बे के सिलदर गांव में सोमवार देर रात एक भालू ने किसान पर हमला कर दिया। भालू को हमारी तरफ आते देख मां ने भी पत्थर फेंकना शुरू किया और मैं लाठी लेकर भालू से मुकाबला करती रही।
अगर भालू मुझे पकड़ लेता तो शायद मैं बच नहीं पाती, लेकिन मुझे मेरे पिता को बचाना था, इसलिए दूसरा रास्ता नहीं था। हमला देख कुत्तों ने शोर मचाया तो खेत पर बने मकान में सो रही 14 साल की बेटी जोशना भागकर बाहर आई और भालू से भिड़ गई। करीब 7-8 मिनट के संघर्ष के बाद उसने भालू को भगा दिया। भालू ने उनके मुंह को नोंच डाला।
घायल किसान को गुजरात के मेहसाणा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद उनकी बेटी जोशना और परिवार सदमे में है। जोशना ने बताया कि भालू से संघर्ष के दौरान मन में एक ही बात थी कि मुझे भले ही कुछ भी हो जाए, लेकिन पिता को कुछ नहीं होने दूंगी। पहले तो डर के मारे पांव कांपने लग गए, लेकिन पिताजी को बचाने का ख्याल आते ही एकदम से दौड़ी और लाठी उठाकर भालू पर ताबड़तोड़ हमले करने शुरू कर दिए।
मन में एक ही बात थी कि मुझे कुछ भी हो जाए, लेकिन पिताजी को कुछ नहीं होना चाहिए।’ पिता को बचाने वाली जोशना डरी हुई जरूर है, लेकिन उसका कहना है कि हिम्मत हो तो बड़ी से बड़ी मुश्किल का सामना किया जा सकता है। पिता को बचाने वाली जोशना डरी हुई जरूर है, लेकिन उसका कहना है कि हिम्मत हो तो बड़ी से बड़ी मुश्किल का सामना किया जा सकता है। भालू ने उसके पिता किसान करमा राम चौधरी (50) को बुरी तरह घायल कर दिया।