सऊदी क्राउन प्रिंस दिया शांति का सॉल्यूशन (सऊदी क्राउन प्रिंस)
रियाद. क्राउन प्रिंस (सऊदी क्राउन प्रिंस) मोहम्मद बिन सलमान ने ब्रिक्स समूह के एक वर्चुअल शिखर सम्मेलन में कहा कि सऊदी अरब, 1967 में तय की गई सीमाओं पर फिलिस्तीनी राज्य स्थापित करने के लिए एक गंभीर और व्यापक शांति प्रक्रिया शुरू करने की मांग करता है. यह फिलिस्तीनी राज्य की स्थापना के लिए उचित समाधान होगा. दोनों देश इजरायल और फिलिस्तीन में अंतरराष्ट्रीय निर्णयों के कार्यान्वयन के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं है जिससे सुरक्षा और स्थिरता हासिल हो सके.
इजरायल और हमास के बीच जारी जंग को लेकर प्रिंस सलमान ने कहा कि सऊदी अरब नागरिकों और बुनियादी ढांचे के खिलाफ सैन्य अभियान को रोकने की मांग करता है. यहां अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करने के महत्व पर जोर देना होगा. इधर, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी क्षेत्र में स्थायी शांति और सुरक्षा के लिए युद्धविराम का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में स्थायी शांति के लिए दो-राज्य समाधान ही रास्ता है. ब्रिक्स को संबोधित करते हुए, शी जिनपिंग ने कहा कि बार-बार होने वाले फिलिस्तीन-इजरायल संघर्षों से बाहर निकलने का मूल तरीका ‘दो-राज्य समाधान को लागू करना, फिलिस्तीनी राष्ट्र के वैध अधिकारों को बहाल करना और एक स्वतंत्र फिलिस्तीन राज्य की स्थापना करना है.’
इजरायली कब्जे के कारण शुरू हुआ युद्ध
इससे पहले सऊदी अरब ने फिलिस्तीनियों के खिलाफ किए गए ‘अपराधों’ के लिए ‘इजरायली कब्जे’ को जिम्मेदार ठहराया था. क्राउन प्रिंस ने गाजा में तत्काल युद्धविराम का आह्वान दोहराया था. उन्होंने कहा था कि गाजा में जारी इजरायली आक्रामकता और जबरन विस्थापन को रोकना चाहिए. अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून को लागू करने में ‘दोहरे मानकों’ की ओर इशारा करते हुए, क्राउन प्रिंस ने फिलिस्तीनी नागरिकों के खिलाफ उल्लंघन के प्रति अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चुप्पी की आलोचना की थी.
मानवीय आपदा का सामना कर रहे
उन्होंने समन्वित और सामूहिक प्रयास का आह्वान किया था. उन्होंने कहा था कि हम एक मानवीय आपदा का सामना कर रहे हैं. इजरायल ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की कोशिशों को अपने उल्लंघनों से विफल कर दिया है. यह एक ऐसा मामला जो दोहरे मानकों को प्रदर्शित करता है.
गाजा में मानवीय और राहत सहायता पहुंचाने के लिए कार्रवाई करे इस्लामिक राज्य
इस्लामिक राज्यों को घेराबंदी हटाने और गाजा में मानवीय और राहत सहायता पहुंचाने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा, “गाजा में आक्रामकता की शुरुआत के बाद से हमने अथक प्रयास किए हैं और युद्ध को रोकने के लिए परामर्श जारी रखा है. उन्होंने कहा, “1967 की सीमाओं पर एक फिलिस्तीनी राज्य की स्थापना की जानी चाहिए, जिसकी राजधानी पूर्वी येरुशलम हो.’