नई दिल्ली। कार्ल-गुस्ताफ (M4 Weapon System) सिस्टम एक ऐसा हथियार है, जिससे कंधे पर रखकर फायर किया जाता है। यह दुश्मन को 1500 मीटर तक, डेढ़ किलोमीटर की दूरी तक निशाना बना सकता है। यह बख्तर बंद गाड़ियां नष्ट कर सकती है। हथियार सटीक तरीके से टार्गेट पर निशाना साध सकता है। कार्ल-गुस्ताफ एम4 रिकॉयललेस (M4 Weapon System) एक राइफल जिसका इस्तेमाल भारतीय सेना साल 1976 से कर रही है।
LAC पर भारत की करीब हर फॉरवर्ड पोस्ट पर भारतीय सेना के जवानों के पास कार्ल-गुस्ताफ के M2 और M3 मॉडल हैं। कार्ल-गुस्ताफ M4 की प्रोग्रामिंग बहुत बारीकी से की गई है। सैनिक की सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए इसे एडवांस फायर कंट्रोल सिस्टम से लैस किया गया है। कार्ल गुस्ताफ M4 दुनिया के अत्याधुनिक रॉकेट लॉन्चरों में से एक है। यह 37 इंच लंबा होता है, इसका वजन 6.6 किग्रा है।
भारत में साब की फैक्ट्री 2024 में प्रोडक्शन शुरू करेगी और पहला प्रोडक्ट भी 2024 में ही तैयार हो जाएगा। कंपनी के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट ने कहा- फैक्ट्री ना सिर्फ हथियार बल्कि दुनिया में इस्तेमाल होने वाले अन्य हथियारों के लिए उपकरणों का भी निर्माण करेगी। साथ ही भारत में लगने वाली नई फैक्ट्री इंडियन एयर फोर्स के लिए भी वेपन सिस्टम का प्रोडक्शन करेगी। साथ ही दुनियाभर में कॉम्पोनेंट्स भी भेजेगी। भारत में SAAB की सब्सिडियरी के तौर पर FFV इंडिया प्राईवेट लिमिटेड काम करेगी।