उत्तराखंड

बढ़ती बेरोजगारी चिंताजनक युवा हो रहे तब्बाह

(गुलफाम अली)
हरिद्वार के अन्तर्गत रोशनाबाद सिडकुल ओद्योगिक छेत्र में हजारों की तादात में वर्कर हुए बेरोजगार कोविड-19 के चलते सिडकुल कंपनियों में भी दिखने लगी मंदी यूवा व महिला रोजगार के लिए दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर काम के लिए सुबह ही निकल पड़ते हैं युवा व महिलाएं आपको बताते यह हाल हरिद्वार का ही नहीं बल्कि पूरे देश का है बेरोजगारी चरम सीमा पार कर चुकी हैं हालाकि

जिस युवा शक्ति के दम पर हम विश्व भर में इतराते फिरते हैं देश की वही युवा शक्ति एक अदद नौकरी के लिए दर-दर भटकने को मजबूर है लेकिन कड़वी सच्चाई यह है कि प्रतिदिन बढ़ती बेरोजगारी के कारण सबसे अधिक आत्महत्याओं का कलंक भी हमारे देश के माथे पर लगा हुआ है

वही देश में बेरोजगारी के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। पढ़े-लिखे लोगों मे बेरोजगारी के हालात ये हैं कि चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी के पद के लिए प्रबंधन की पढ़ाई करने वाले और इंजीनियरिंग के डिग्रीधारी भी आवेदन करते हैं रोजगार के मोर्चे पर हालात विस्फोटक होते जा रहे हैं। सरकार को चाहिए कि इस मसले पर वह गंभीरता से विचार करे

बढ़ती बेरोजगारी बेहद चिंता जनक है चाहे इसकी वजह कोरोना के कारण आर्थिक तंगी बताई जा रही हो लेकिन सच तो यह है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में युवाओं की बेरोजगारी साल दर साल बढ़ती गयी है सरकार ने बेरोजगारी के आंकड़े छुपाने की कोशिश भी की लेकिन यही कहा जा सकता है सरकार युवाओं को नौकरियाँ देने में विफल रही है

Show More

यह भी जरुर पढ़ें !

Back to top button