पाकिस्तान के लिए राहत की खबर….

जून (relief) 2018 से पेरिस स्थित एफएटीएफ के आदेशों का पालन करने में असफल रहने के चलते पाकिस्तान (relief) ग्रे लिस्ट में बना हुआ है। मनी लॉन्ड्रिंग की जांच और टेरर फंडिंग को रोकने में विफल रहा है। इसे अक्टूबर 2019 तक एक्शन प्लान पूरा करने का समय दिया गया था।
पाकिस्तान निगरानी बढ़ाने वाले देशों की ग्रे लिस्ट में बना रहेगा। वॉचडॉग ने कहा था कि टेरर फंडिंग सिस्टम का मुकाबला करने में पाकिस्तान के सुधार के कार्यान्वयन को सत्यापित करने के बाद ही इस सूची हटाया जा सकता है।
माना जा रहा है कि इस बैठक में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में रखने या न रखने को लेकर अंतिम फैसला होगा। एफएटीएफ के मौजूदा अध्यक्ष सिंगापुर के टी. राजा कुमार 20-21 अक्टूबर को इस बैठक में शामिल होंगे और इसी दौरान पाकिस्तान की किस्मत का फैसला होगा। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग), सामूहिक विनाश के हथियारों के प्रसार और आतंकवाद के वित्तपोषण पर निगाह रखना है।