डिग्री होने के बावजूद अपेक्षाकृत स्किल की कमी

भोपाल । एमपी (lack of skills) में 13 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में करीब 7 हजार नर्सिंग कर्मचारी काम कर रहे हैं। जल्द ही प्रदेश में 10 और नए मेडिकल कॉलेज (lack of skills) खुलने जा रहे हैं। ऐसे में करीब 6500 नए नर्सिंग स्टाफ की जरूरत पडे़गी। अफसरों की मानें तो देश में अधिकांश नर्सिंग संस्थान दक्षिण भारत में हैं। मप्र में देश के करीब 9 फीसदी नर्सिंग स्कूल हैं। लेकिन इनमें ज्यादातर निजी नर्सिंग कॉलेज हैं।
लंबे समय से मप्र के निजी नर्सिंग कॉलेजों की पढ़ाई और यहां से डिग्री लेने वाले छात्रों को लेकर कई तरह के सवाल उठते रहे हैं। ग्वालियर चंबल क्षेत्र में नर्सिंग कॉलेजों का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया यहां सिर्फ कागजों में चलने वाले नर्सिंग कॉलेज डिग्रियां बांट रहे थे। संस्थान में नर्सिंग स्टाफ के साथ ही एमबीबीएस स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग दी जाएगी।
20 प्रशिक्षण होंगे दूसरे, तीसरे और चौथे साल में 30-30 प्रशिक्षण सत्र और पांचवे साल में 50 ट्रेनिंग सेशन आयोजित किए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग के कम्युनिटी हेल्थ वर्कर्स को 40 सत्रों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण में एमबीबीएस स्टूडेंट्स भी शामिल हो सकेंगे।