रूस में पुतिन से बगावत मतलब मौत को दावत! (पुतिन)

नई दिल्ली. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (पुतिन) के आलोचकों में से कई कीरहस्यमय तरीकों से मौत हो गई, इनमें से कई या तो जहर देकर मार दिए गए या फिर उन्हें सीधे गोली मार दी गई. इन आलोचकों की सूची में नया नाम येवगेनी प्रिगोझिन है. इससे पहले रूस में कई विपक्षी हस्तियों में पूर्व डिप्टी पीएम बोरिस नेमत्सोव, सर्गेई मैग्निट्स्की और अन्ना पोलितकोवस्काया शामिल हैं जिनकी मौत को लेकर रूस पर सवाल उठाए गए थे. वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन की मौत ने विमान दुर्घटना में क्रेमलिन की मिलीभगत की अटकलों को तेज कर दिया है.
प्रिगोझिन ने करीब 2 महीने पहले जून में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व करने की कोशिश की थी. विमान हादसे में वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन की यह मौत उन असंतुष्टों, राजनीतिक विरोधियों और प्रमुख रूसियों की सूची में शामिल हो गई है जिन्हें रहस्यमय परिस्थितियों में निशाना बनाया गया या मार दिया गया. पिछले दो दशकों में, कई आलोचक, विपक्षी नेता, पत्रकार जिन्होंने राष्ट्रपति पुतिन की आलोचना की है या वे क्रेमलिन के खिलाफ गए थे, उन्हें रूसी राष्ट्रपति के 23 साल के शासन का विरोध करने के कारण जान से हाथ धोना पड़ा.
निजी जेट हुआ दुर्घटनाग्रस्त, आसमान से गिरा विमान कोई जिंदा नहीं बचा
येवगेनी प्रिगोझिन की मृत्यु दर्दनाक हादसे में हुई. उनका निजी जेट मॉस्को से सेंट पीटर्सबर्ग की नियमित उड़ान पर था, तभी अचानक दुर्घटनाग्रस्त हो गया. प्रिगोझिन की संभावित मृत्यु की पुष्टि रूस के अधिकारियों और वैगनर समूह से जुड़े एक टेलीग्राम चैनल की घोषणाओं के रूप में हुई. विमान के आसमान से गिरने और जमीन पर जलने का वीडियो फुटेज भी सामने आया था. इस विमान में उनके साथ दिमित्री उत्किन थे, जिन्हें वैगनर ग्रुप में उनका दूसरा कमांड माना जाता था. बताया गया है कि अन्य मारे गए यात्रियों में वैगनर सुरक्षा के प्रमुख वालेरी चेकालोव, येवगेनी माकारियन, प्रिगोझिन का अंगरक्षक और वैगनर समूह के अन्य कर्मी शामिल हैं.
कई प्रमुख हस्तियों को दिया गया खास तौर पर बनाया गया रूसी जहर
अलेक्जेंडर लिट्विनेंको: पूर्व जासूस और पुतिन के प्रतिद्वंद्वी की 2006 में लंदन में पोलोनियम-210 के तेज जहर से मृत्यु हो गई थी. मरने से कुछ समय पहले, उन्होंने पत्रकारों से एफएसबी सुरक्षा सेवा के बारे में बात की थी जो अभी भी सोवियत काल से जहर प्रयोगशालाओं का संचालन कर रही थी. मौत की जांच से बाद में पता चला कि लिट्विनेंको की हत्या रूसी एजेंटों ने की थी, ऐसी आशंका है कि इसमें पुतिन की मंजूरी शामिल थी.
सर्गेई स्क्रिपल: एक पूर्व रूसी सैन्य खुफिया अधिकारी को भी लिट्विनेंको की तरह नोविचोक नामक नर्व एजेंट का उपयोग करके जहर दिया गया था, हालांकि वह बच गया था. द गार्जियन के अनुसार, नोविचोक एक प्रकार का जहरीला पदार्थ है जिसे 1970 और 80 के दशक में रूस ने निर्मित किया था. यह पदार्थ रासायनिक हथियारों पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों से बचने के लिए सोवियत संघ द्वारा विकसित किया गया था.
एलेक्सी नवलनी: मुख्य रूसी विपक्षी नेता, जो वर्तमान में जेल में हैं, वे अगस्त 2020 में साइबेरिया से मॉस्को की उड़ान के दौरान गंभीर रूप से बीमार पड़ गए थे. बाद में उन्हें इलाज के लिए जर्मनी ले जाया गया जहां पता चला कि उन्हें नोविचोक जहर दिया गया था.
कुछ अन्य रूसी नेताओं की गई जान: रूसी सुरक्षा सेवाओं ने कई नागरिकों को जहर दिया है. इनमें लेखक दिमित्री बायकोव और कला संस्था के प्रवक्ता प्योत्र वेरज़िलोव सहित कई रूसी नागरिकों को भी जहर दिया था, इनमें से कुछ को इलाज के लिए जर्मनी ले जाया गया था.
फायरिंग में हुई मौत
अन्ना पोलितकोवस्काया: 2006 में, मानवाधिकारों के हनन पर रिपोर्ट करने वाली नोवाया गजेटा की पत्रकार पोलितकोवस्काया की मॉस्को में उनके फ्लैट के बाहर हत्या कर दी गई थी. उसकी हत्या के लिए पांच लोगों और एक पूर्व पुलिस अधिकारी को दोषी ठहराया गया था. दोषियों के पास भाड़े की बंदूकें थीं और उन्हें हत्या का आदेश मिला था.
बोरिस नेमत्सोव: एक प्रमुख विपक्षी नेता नेमत्सोव की 2015 में मध्य मॉस्को में हत्या कर दी गई थी. क्रेमलिन के सामने एक अज्ञात हमलावर ने उनकी पीठ में चार बार गोली मारी थी. बाद में एक जांच से पता चला कि पुल पर उनकी हत्या से पहले लगभग एक साल तक एफएसबी एजेंटों ने उन पर नज़र रखी थी.
ज़ेलिमखान खंगोशविली: 2000 के दशक की शुरुआत में दूसरे चेचन युद्ध के दौरान रूस के खिलाफ लड़ने वाले जॉर्जियाई नागरिक ज़ेलिमखान खंगोशविली को 2019 में मध्य बर्लिन के एक पार्क में सिर में दो बार गोली मारी गई थी.
ऐसी हुई मौत की अब तक नहीं हुआ पर्दाफाश
बोरिस बेरेज़ोव्स्की: क्रेमलिन के पूर्व अंदरूनी सूत्र से पुतिन के आलोचक बने बोरिस बेरेज़ोव्स्की को 2013 में उनके घर के बाथरूम में फांसी से लटका हुआ पाया गया था. वह 2000 के दशक की शुरुआत में ब्रिटेन में खुद ही निर्वासन में चले गए थे.
मिखाइल लेसिन: अंग्रेजी भाषा के टेलीविजन नेटवर्क आरटी या रशिया टुडे के संस्थापक मिखाइल लेसिन को 2015 में वाशिंगटन के एक होटल के कमरे में मृत पाया गया था, जहां उन्हें एक रात्रिभोज में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था.
किरिल स्ट्रेमोसोव: यूक्रेन में खेरसॉन प्रांत के रूस द्वारा स्थापित डिप्टी गवर्नर की एक कार दुर्घटना में रहस्यमय तरीके से मृत्यु हो गई थी, जिस दिन यूक्रेनी सेना ने 2022 में खेरसॉन शहर को मुक्त कराया था. स्ट्रेमोसोव, रूसी कब्जे के सबसे प्रमुख समर्थकों में से एक थे, लेकिन उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा था कि पुतिन के करीबी दोस्त और रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु को खुद को गोली मार लेनी चाहिए.
पावेल एंटोव सहित 3 लोगों की ओडिशा में मौतें: इससे पहले जनवरी में, एक पखवाड़े के भीतर तटीय राज्य ओडिशा में रूस के तीन लोगों की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी. मृतकों में एक करोड़पति व्यापारी और एक विधायक भी शामिल हैं. तीन रूसियों में से एक पावेल एंटोव पिछले साल यूक्रेन पर हमले को लेकर पुतिन की आलोचना करने के लिए खबरों में थे.