राजस्थान की हार का सबसे बड़ा विलेन (राजस्थान )

आईपीएल : राजस्थान (राजस्थान ) को आईपीएल के एक और मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है। टीम एक वक्त काफी मजबूत स्थिति में थी और लग रहा था कि मैच जीत भी जाएगी, लेकिन इसके बाद विकेट का ऐसा पतझड़ शुरू हुआ कि टीम को आखिर में हार ही नसीब हुई। अब राजस्थान के लिए प्लेऑफ के रास्ते पूरी तरह से बंद हो गए हैं, जो कुछ संभावनाएं थी, वो भी अब खत्म हो गई हैं। इस बीच राजस्थान की इस हार का सबसे बड़ा जिम्मेदार और विलेन फिर से वही खिलाड़ी बन गया है, जो लगातार खलनायक की भूमिका निभाता रहा है। हम बात कर रहे हैं शिमरन हेटमायर की, जो इस बार भी फ्लॉप रहे।
आरसीबी ने पहले बल्लेबाजी करते हुए बनाए थे 205 रन
पहले बल्लेबाजी करने उतरी आरसीबी की टीम ने इस मुकाबले में 5 विकेट के नुकसान पर 205 रन बनाए थे। ये आरसीबी का राजस्थान के खिलाफ सबसे बड़ा स्कोर है। बेंगलुरु ने इससे पहले राजस्थान के खिलाफ इतने रन कभी नहीं बनाए थे। इसके बाद भी ये ऐसा स्कोर है, जिसे चेज किया जा सकता था। वहीं जब राजस्थान की टीम इस स्कोर को पीछा करने के लिए उतरी तो उनकी शुरुआत अच्छी हो गई थी। यशस्वी जायसवाल तो अपने रंग में थे कि युवा वैभव सूर्यवंशी ने भी कुछ अच्छे स्ट्रोक खेले। टीम ने चार ही ओवर में 50 रन का आंकड़ा पार कर लिया था। लेकिन तभी 52 के स्कोर पर राजस्थान का पहला विकेट गिरा। वैभव 16 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
लगातार गिरते रहे राजस्थान के विकेट
इसके बाद छोटे छोटे स्कोर तो आए, लेकिन ऐसी एक भी पारी नहीं आई, जो मैच जिता पाती। हालांकि टीम ने तेजी रन बनाना जारी रखा। लेकिन दगा दे गए शिमरन हेटमायर। जो इस मैच में भी 8 बॉल पर केवल 11 रन ही बना सके। उन्हें फिनिशर की भूमिका दी गई है। लेकिन वे हर बार नाकाम साबित हो रहे हैं। हर मैच में उनकी जरूरत पड़ती है और वे मौके पर दगा दे जाते हैं। जबकि वे राजस्थान रॉयल्स के रिटेन खिलाड़ी हैं, उन पर टीम ने 11 करोड़ रुपये की मोटी रकम खर्च की है। इसके बाद भी वे कामयाब नहीं हो पा रहे हैं।
राजस्थान के लिए अब प्लेऑफ के रास्ते बंद
राजस्थान की टीम अब 9 मैच खेलकर केवल दो ही जीत पाई है, टीम के पास केवल चार अंक हैं। अब टीम के पास 5 मुकाबले ही बाकी हैं। अगर ये सारे जीत भी लिए जाएं तो कुल अंक 14 ही होंगे, जो टॉप 4 तक ले जाने के लिए काफी नहीं होंगे। यानी राजस्थान का पत्ता अब इस साल के आईपीएल से करीब करीब कट चुका है। टीम अभी आठवें स्थान पर है, लेकिन कब और नीचे चली जाए, कहना मुश्किल है।