लखनऊ की पटरी पर एक बार फिर दौड़ी मेट्रो

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सोमवार सुबह कई महीनों से बंद मैट्रो का परिचालन फिर से शुरू हो गया है। इसके लिए उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने पहले से ही तैयारियां कर ली थी।
यात्रियों को किसी प्रकार की कोई तकलीफ ना हो, साथ ही कोविड-19 को लेकर दिशा निर्देशों का पूरी तरह से पालन हो, इसकी मॉनिटरिग की जिम्मेदारी हर अधिकारी को सौंपी गई थी। लखनऊ मेट्रो ने गो स्मार्ट कार्ड को प्रोत्साहित करने के लिए एक योजना भी शुरू की है। इसके अंतर्गत गो स्मार्ट कार्ड खरीदने वाले को 20 रुपये का मास्क मुफ्त दिया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया, मेट्रो परिवहन संसाधनों में सबसे बेहतर विकल्प लखनऊ मेट्रो है। मेट्रो स्टेशनों को हर 4 से 5 घंटे में सैनिटाइज किया जा रहा है। लिफ्ट, स्वचालित सीढ़ियां, काउंटर, ऑटोमेटिक फेयर गेट और टिकट वेंडिग मशीन को 3 से 4 घंटे में सैनिटाइज करने के निर्देश हैं। इसके लिए स्टेशनों पर तैनात अफ सरों को निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि सभी मेट्रो स्टेशनों पर नैपकिन की भी व्यवस्था की गई है। वास्तव में हैंड वॉश और स्टेशन पर प्रवेश करते समय सैनिटाइजर की भी व्यवस्था की गई है, यात्री इसका प्रयोग अवश्य करें। मेट्रो ने गो स्मार्ट कार्ड को प्रोत्साहित करने के लिए एक्टिवेशन चार्जेज भी खत्म कर दिए हैं।
लखनऊ मेट्रो ने सोमवार से 16 ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया है। यात्रियों को मेट्रो के लिए लंबे समय तक इंतजार न करना पड़े इसलिए हर 5:30 मिनट बाद ट्रेन मिलेगी। वहीं, हर कोच में यात्रियों को एक सीट छोड़ कर बैठना होगा। मेट्रो अपनी पूरी क्षमता का 40 फ़ीसदी यात्री को सफ र कराएगी जिससे कोविड-19 का पालन पूरी तरह से हो सके।
उन्होंने बताया कि मेट्रो हर स्टेशन पर रुकेंगी और मास्क अनिवार्य होगा, किसी भी यात्री को मास्क लाना भूल जाने की स्थिति में प्रदान किया जाएगा। प्रवेश और निकास के लिए कोई अलग द्वार नहीं है। हाथों को साफ करने के लिए हर गेट पर सैनिटाइजर उपलब्ध होगा। यात्रियों की सुरक्षा के लिए, टिकट काउंटरों, टिकट वेंडिग मशीनों और सुरक्षा चेकअप के लिए सभी स्टेशनों पर सोशल डिस्टेंसिग के निर्देश हैं। मेट्रो के अंदर भी यात्रियों के बीच पर्याप्त अंतर बनाए रखने के लिए वैकल्पिक सीटों पर सोशल डिस्टेंसिग माìकग की गई है। लखनऊ मेट्रो यात्रियों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए यूवी किरणों का उपयोग करके टोकन को मंजूरी दी गयी है।
ज्ञात हो कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने को रोकने के लिए सरकार ने मार्च के आखिर में मेट्रो समेत सभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट को देश भर में बंद कर दिया था। अगस्त के आखिर में भारत सरकार की तरफ से जारी अनलॉक-4 की गाइडलाइंस में 7 सितंबर से मेट्रो चलाने की इजाजत दे दी गई है। इसी के बाद दिल्ली, नोएडा और लखनऊ समेत अन्य शहरों में एक बार फि र मेट्रो का परिचालन शुरू हो गया है।