Rajasthan: IAS और RAS अधिकारी रिश्वत लेते गिरफ्तार

राजस्थान में भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) और राज्य प्रशासनिक सेवा (RAS) के एक-एक अफसर को रिश्वत लेने के मामले गिरफ्तार किया गया है। राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने शनिवार को अलवर के पूर्व जिला कलक्टर नन्नूमल पहाड़िया को पांच लाख रुपये की रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किया है। पहाड़िया के साथ ही आरएएस अधिकारी अशोक सांखला और दलाल नितिन शर्मा को भी गिरफ्तार किया गया है। पहाड़िया का तीन दिन पहले ही कलक्टर पद से जयपुर में विभागीय जांच आयुक्त पद पर तबादला हुआ था। लेकिन उन्होंने वहां पदभार ग्रहण नहीं किया था। तबादला होने के बावजूद वह अलवर में कलक्टर के सरकारी आवास में रह रहे थे, जबकि नए कलक्टर नकाते शिव प्रसाद ने पदभार ग्रहण कर लिया था। एसीबी की जांच में सामने आया कि रिश्वत लेने और पुराने मामलों के निस्तारण के लिए वह अलवर में रह रहे थे। उन्होंने अवकाश ले रखा था।
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16 लाख रुपये चार महीने के लिए मांगे थे-
एसीबी के महानिदेशक बीएल सोनी ने बताया कि कुछ दिन पहले अलवर स्थित ब्यूरो के कार्यालय में शिकायत दी थी कि उसकी फर्म सरकारी व निजी भवनों का निर्माण कार्य करती है। सड़क भी बनाती है। काम व्यवस्थित रूप से चलता रहे, सरकारी अधिकारी उसमें बाधा उत्पन्न नहीं करें। इसके लिए पहाड़िया और सांखला ने दलाल शर्मा के माध्यम से चार माह के लिए 16 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। इसमें से पांच लाख रुपये की रकम शनिवार को परिवादी देने उनके पास पहुंचा था। चार महीने बाद आगे की रिश्वत की रकम का निर्णय होना था। एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक विजय सिंह और उप अधीक्षक महेन्द्र कुमार के नेतृत्व में टीम बनाई गई। टीम ने निगरानी रखी तो शिकायत सही पाई गई।
अफसर और दलाल परिवाद पर रिश्वत देने के लिए लगातार दबाव बना रहे थे।इस पर तय योजना के अनुसार शनिवार को परिवादी सांखला (राजस्व अपील अधिकारी) को पांच लाख रुपये देने उसके पास पहुंचा। एसीबी की टीम पहले से दूर खड़ी होकर निगाह रख रही थी। सांखला ने रुपये लेकर दलाल शर्मा को दे दिए। सांखला ने शर्मा से यह रुपये जिला कलक्टर को पहुंचाने के लिए दिए थे। इस बीच, एसीबी की टीम ने पहले सांखला और शर्मा फिर पहाड़िया को गिरफ्तार किया। प्रारंभिक पूछताछ में पहाड़िया और सांखला ने रिश्वत मांगने की बात स्वीकार की है। उन्होंने बताया कि तीनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मामला दर्ज कर किया गया है। आगे जांच जारी रहेगी एसीबी पहाड़िया,सांखला और शर्मा के मोबाइल फोन पिछले एक महीने से टेप कर रही थी। रिकार्डिंग में रिश्वत मांगने की बात सही मिली थी।
सरकार की पसंद था पहाड़िया-
आरएएस से पद्दोन्नत होकर आइएएस बने पहाड़िया 2015 बैच के अधिकारी हैं। वह राज्य की कांग्रेस सरकार के काफी निकट माने जाते हैं। सरकार से निकटता के कारण उन्हें अलवर जैसे महत्वपूर्ण जिले में करीब दो साल पहले कलक्टर बनाया गया था। इससे पहले वह सवाईमाधोपुर में कलक्टर रह चुके हैं। सूत्रों के अनुसार, एसीबी की टीम ने अलवर कलक्टर आवास के साथ ही पहाड़िया के जयपुर में महेश नगर स्थित आवास पर सर्च किया। अब तक पांच संपत्तियों व चार बैंक लाकर होने की बात सामने आई है। सांखला के जयपुर स्थित जगतपुरा के आवास पर तलाशी ली जा रही है। तबादला होने के बावजूद पहाड़िया ने परिवादी से कहा था कि वह नीचे के अधिकारियों से उसे परेशान नहीं करने के लिए कह देगा। नए कलक्टर को भी सिफारिश करेगा। अब तक काम में परेशानी नहीं होने के बदले भी पैसों की मांग की गई थी।