सिंगापुर से थाईलैंड पहुंचे राजपक्षे

सिंगापुर । श्रीलंका (Thailand) के पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे सिंगापुर में 28 दिन रहने के बाद अब थाईलैंड (Thailand) पहुंच गए हैं। सिंगापुर में वो परमानेंट रेसीडेंशियल परमिशन चाहते थे, लेकिन वहां की सरकार ने उन्हें यह मंजूरी नहीं दी। श्रीलंका के आर्थिक संकट के लिए जिम्मेदार माने जाने वाले ताकतवर राजपक्षे परिवार को सत्ता से उखाड़ फेंकने का श्रेय आम जनता के आंदोलन को जाता है, जो श्रीलंका के इतिहास में अनूठा है।
थाईलैंड के बारे में भी कहा जा रहा है कि राजपक्षे वहां कुछ दिन ही रह सकेंगे, क्योंकि उनके पास वहां का भी विजिटिंग वीजा ही है। सिंगापुर ने दो बार में उन्हें 28 दिन रहने की मंजूरी दी। इसके बाद इसे बढ़ाने से इनकार कर दिया। श्रीलंका के कई संगठनों ने सिंगापुर से राजपक्षे के खिलाफ केस दर्ज करने को कहा था।
हालांकि, इसके पहले ही उन्होंने यह देश छोड़ दिया। श्रीलंकाई मीडिया के मुताबिक, अब तक यह साफ नहीं है कि राजपक्षे इसके बाद कहां जाएंगे, क्योंकि अब तक किसी भी देश ने उन्हें रेसीडेंशियल या परमानेंट वीजा जारी नहीं किया है। राजपक्षे की पार्टी ने कहा है कि पूर्व राष्ट्रपति जल्द ही देश लौट आएंगे।
इसकी कोई तारीख नहीं बताई गई है। खास बात यह है कि थाईलैंड का वीजा सशर्त दिया गया है। बयान के मुताबिक- राजपक्षे यहां रहकर किसी दूसरे देश में स्थायी शरण पाने के लिए कोशिश कर सकते हैं। लेकिन, वो यहां से श्रीलंका से जुड़ी किसी पॉलिटिकल एक्टिविटी में हिस्सा नहीं ले सकेंगे।
माना जा रहा है कि राजपक्षे बैंकॉक में 90 दिन रह सकते हैं। मालदीव और मॉरिशस ने उन्हें राजनीतिक शरण देने के मामले में अब तक कोई जवाब नहीं दिया है। देश में अपने खिलाफ भड़के असंतोष के बाद राजपक्षे ने परिवार के साथ 13 जुलाई को श्रीलंका छोड़ दिया था। इसके बाद वो सिंगापुर पहुंचे। यहीं से उन्होंने पद से इस्तीफा मेल किया था।