नौकरी छोड़ कॉलेज के सामने खोली चाय की दुकान
सफलता की कहानी : आजकल चाय का बिजनेस भी ट्रेंड में है. आए दिन किसी न किसी सक्सेसफुल चाय बिजनेस की चर्चा होती है. लेकिन कम ही लोगों में कोई बिजनेस शून्य से शुरू करके पूरे भारत में फैलाने की क्षमता होती है. इसके लिए काम के प्रति काफी समर्पण और अनुशासन की जरूरत होती है. आज आपकी मुलाकात ऐसे ही एक शख्स से कराने वाले हैं. जिन्होंने अच्छी खासी जॉब छोड़कर कॉलेज(college) के सामने चाय का स्टॉल शुरू किया और अब देश भर में उनके स्टॉल के चेन हैं. इससे उन्हें हर साल करोड़ो रुपये की कमाई होती है.
चाय के स्टॉल से करोड़ों का बिजनेस खड़ा करने वाले इस लड़के का नाम अर्पित राज है. अर्पित बिहार के रहने वाले हैं. उन्होंने बीबीए और मार्केटिंग में एमबीए किया. इसके बाद अच्छी-खासी सैलरी वाली जॉब मिली. लेकिन उन्हें कुछ अपना बिजनेस करना था.
अपने ही कॉलेज के सामने खोली पहली दुकान
2015 में अर्पित राज शिलांग में एक कॉलेज से बीबीए की पढ़ाई कर रहे थे. ये साल था 2015. वे अपने दोस्तों के साथ देर रात को खाने-पीने की तलाश में शिलांग की सड़कों पर घूमा करते थे. लेकिन रात को हॉस्टल से निकलकर घूमने की परमिशन मुश्किल से ही मिलती थी. इसी के चलते उन्हें एक दिन आईडिया आया कि क्यों न कॉलेज के सामने चाय की एक दुकान खोली जाए. उन्होंने अपने दोस्तों की मदद से कॉलेज के बाहर एक चाय का स्टॉल शुरू कर दिया.
हॉस्टल के कमरे से शुरू की टिफिन सर्विस
चाय की दुकान चल निकली तो उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर हॉस्टल के कमरे से ही टिफिन डिलिवरी सर्विस शुरू की. यह विशेषरूप से देर रात खाने-पीने के शौकीन लोगों के लिए ही थी. जल्द ही ये लड़के एक फ्लैट में शिफ्ट हो गए और ऑर्डर पूरा करने के लिए एक बंगाली महिला को कुक के तौर पर हायर कर लिया. वे अब फूड आइटम डिलिवर करने स्कूटर से जाते थे. ऑर्डर 30 मिनट के भीतर डिविलर करने का प्रॉमिस करते थे
2018 में बंद करनी पड़ी चाय की दुकान
साल 2018 में अर्पित का ग्रेजुएशन पूरा हो गया. साथ ही एक स्थानीय समूह ने चाय की दुकान बंद करने पर मजबूर कर दिया. पूर्वोत्तर के नियमों के चलते कारोबार चलाने के लिए स्थानीय लोगों को पार्टनर बनाना था. इस तरह उन्हें अपना काम समेटना पड़ा. इसी के साथ अर्पित दिल्ली लौट आए और एक स्टार्टअप ज्वाइन कर लिया. यहां उन्होंने डेढ़ साल काम किया लेकिन दिल तो अपने कॉलेज वेंचर में ही लगा था. उन्होंने अपने दो दोस्त से बात की. जिसमें से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर और दूसरा सीए था. दोनों को आश्वस्त किया कि चाय की दुकान के आइडिया को कारोबार में अच्छे कारोबार में बदला जा सकता है.
दोबारा शुरू किया कॉलेज वेंचर
इस तिकड़ी ने दिल्ली में दोबारा अपना कॉलेज वेंचर शुरू किया. आज चाय सेठ के देश भर में 27 आउटलेट हैं. इन आउटलेट पर 25 तरह की चाय मिलती है. इनमें दालचीनी चाय, बटरस्कॉच चाय, काली मिर्च चाय शामिल हैं.