राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार(presidential candidate) को लेकर उठाया सवाल

इटावा. मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव ने अपने भतीजे सपा प्रमुख अखिलेश को पत्र लिखकर नेता जी के अपमान पर नसीहत दी है. असल में, शिवपाल सिंह ने राष्टपति चुनाव के संयुक्त उम्मीदवार(presidential candidate) यशवंत सिन्हा के एक पुराने मामले को उछालते हुए अपने भतीजे अखिलेश यादव को एक पत्र लिख कर उन्हें अपने फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा है. शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश को लिखी अपनी चिटठी मे साफ-साफ कहा है कि मैं आपका और समाजवादी पार्टी के शुभचिंतकों का ध्यान एक बेहद गंभीर व संवेदनशील विषय की ओर दिलाना चाहता हूं.
यह नियति की अजीब विडम्बना है कि समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव में उस व्यक्ति का समर्थन किया है, जिसने हम सभी के अभिभावक और प्रेरणा व ऊर्जा के स्रोत आदरणीय नेताजी (मुलायम सिंह यादव) को उनके रक्षा मंत्रित्व काल में पाकिस्तानी गुप्तचर संस्था आईएसआई का एजेंट बताया था, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि समाजवादी पार्टी को राष्ट्रपति प्रत्याशी के तौर पर एक अदद समाजवादी विरासत वाला नाम न मिला.
यह कहते हुए मुझे दुःख और क्षोभ हो रहा है कि जो समाजवादी कभी नेताजी के अपमान पर आग बबूला हो जाते थे, आज उसी विरासत के लोग नेताजी को अपमानित करने वाले व्यक्ति का राष्ट्रपति चुनाव में समर्थन कर रहे हैं. ऐसा लगने लगा है कि पूरी पार्टी मजाक का पात्र बनकर रह गई है. प्रिय अखिलेश जी, मुझे अपनी सीमाएं पता है, आप समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष हैं, ऐसे में मेरा सुझाव है कि उपरोक्त बिंदुओं के आलोक में अपने फैसले पर पुनर्विचार करें.
शिवपाल यादव ने कहा- अखिलेश यादव के फैसले से लाेग सपा मज़ाक उड़ा रहे
शिवपाल यादव ने कहा कि, अखिलेश यादव के फैसले से समाजवादी पार्टी का लोग मज़ाक उड़ा रहे हैं।समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव को आईएसआई एजेंट बताने वाले यशवंत सिन्हा को लेकर बगावत बढ़ने लगी है. भाजपा के बाद अब मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल यादव ने भी पत्र लिखकर अखिलेश यादव से नाराजगी जताई है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लगातार तारीफ करने में जुटे हुए हैं. वही भतीजे की कार्यशैली को लेकर के लगातार सवाल उठा रहे हैं.
इसी कड़ी में आज शिवपाल सिंह यादव ने नेता जी मुलायम सिंह यादव के अपमान का मुद्दा उठाते हुए सवाल खड़े किए हैं. राष्ट्रपति पद के विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को लेकर के नहीं शिवपाल सिंह यादव ने कई तरह के सवाल खड़े किए हैं. शिवपाल सिंह यादव ने अपनी चिट्ठी में कहा है कि विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने एक समय नेताजी को आईएसआई का एजेंट करार दिया था. आज की तारीख में यह मुद्दा प्रभावी भूमिका में तब आया है जब शिवपाल सिंह यादव ने इसको लेकर के सपा प्रमुख और अपने भतीजे अखिलेश यादव को एक पत्र लिखा है.
विपक्ष के उम्मीदवार हैं यशवंत सिन्हा
यशवंत सिन्हा को वर्तमान में चल रहे राष्ट्रपति चुनावों में विपक्ष ने अपना उम्मीदवार बनाया है. जिसके बाद से ही अखिलेश यादव ने अपने विधायकों की बैठक करते हुए यशवंत सिन्हा के पक्ष में वोट मांगा है. बस तब से ही हंगामा मचा हुआ है. इसमें खास बात है कि सपा के विधायक ओपी राजभर और शिवपाल यादव ने भी अब भाजपा प्रत्याशी द्रौपदी मुरमु को वोट करने का ऐलान कर दिया है.