राष्ट्रपति चुनाव बीजेपी की ओर से राजनाथ सिंह (राजनाथ सिंह )ने संभाली कमान

नई दिल्ली. 18 जुलाई को होने जा रहे राष्ट्रपति के चुनाव को लेकर विपक्ष ने अपनी मोर्चाबंदी तेज कर दी है. 17 विपक्षी दलों के नेताओं ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त उम्मीदवार पर आम सहमति बनाने के लिए एक बैठक की. जबकि दूसरी ओर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (राजनाथ सिंह ) ने कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, टीएमसी की ममता बनर्जी और सपा अखिलेश यादव सहित प्रमुख विपक्षी नेताओं से संपर्क किया.
भाजपा ने राजनाथ सिंह और पार्टी प्रमुख जे.पी. नड्डा को 18 जुलाई को होने वाले चुनाव से पहले राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर आम सहमति बनाने के लिए अन्य दलों के साथ बातचीत करने के लिए अधिकृत किया है. द इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के मुताबिक खड़गे के साथ राजनाथ सिंह की मुलाकात के समय मौजूद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि यह मुलाकात केवल एक औपचारिकता है. जबकि दूसरी ओर ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई विपक्ष की बैठक में आमंत्रित किए गए आप, टीआरएस, बीजद, शिअद, वाईएसआरसीपी और सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के नेता बैठक में शामिल नहीं हुए.
विपक्ष की संयुक्त बैठक के बाद ममता बनर्जी ने पत्रकारों से कहा कि विपक्ष के नेता राकांपा नेता शरद पवार को अपना संयुक्त उम्मीदवार बनाने पर एकमत थे, लेकिन वह चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं थे. शरद पवार ने बाद में एक ट्वीट करके कहा कि वे राष्ट्रपति के चुनाव के लिए उम्मीदवारी के प्रस्ताव को अस्वीकार करके आम आदमी की भलाई के लिए काम करना जारी रखेंगे. पवार के चुनाव लड़ने से इनकार करने के साथ ही नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी के नाम भी राष्ट्रपति पद के संभावित विकल्प के रूप में सामने आए हैं.
विपक्ष की ये बैठक लगभग दो घंटे तक चली. जबकि इस मुद्दे पर विपक्षी दलों का नेतृत्व करने के टीएमसी के प्रयास से असहज कांग्रेस ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और राज्यसभा सांसदों जयराम रमेश और रणदीप सुरजेवाला को बैठक में शामिल होने के लिए भेजा था. खड़गे ने कहा कि कांग्रेस के दिमाग में कोई खास उम्मीदवार’ नहीं है. लेकिन वह विपक्ष का एक उम्मीदवार तय करने के लिए अन्य पार्टियों के साथ सहयोग करेगी.
वाम दलों के नेताओं के अलावा बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री और जद (एस) नेता एच. डी. देवेगौड़ा और उनके बेटे एच.डी. कुमारस्वामी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, रालोद नेता जयंत चौधरी, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, आईयूएमएल के ईटी मोहम्मद बशीर, झामुमो के विजय हंसदक, द्रमुक के टी.आर. बालू, शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी और एमएलसी सुभाष देसाई और राजद के राज्यसभा सदस्य मनोज झा शामिल थे.