ताइवान में चीन से निपटने की तैयारी बेहद जरूरी
वॉशिंगटन (extremely urgent) अमेरिकी मिलिट्री अफसरों के मुताबिक- चीन ताइवान पर हमला करता है तो इन हालात में ताइवान की फौज के पास हथियार तब तक नहीं पहुंच सकते, जब तक कोई दूसरा देश रिस्क लेकर इन्हें नहीं पहुंचाता। अमेरिका ने ताइवान की इसी तरह मदद जारी रखी तो चीन क्या एक्शन लेगा। ताइवान को हर तरह के हथियार दिए जा रहे हैं और चीन (extremely urgent) की पैनी नजर है।
चीन की नेवी ने अगस्त में ताइवान की समुद्री सीमा के पास एक्सरसाइज की थी। इस दौरान बैलेस्टिक मिसाइल भी टेस्ट किए थे। अमेरिका ने इसे बहुत बारीकी से मॉनिटर किया। उन बातों का खास तौर पर ध्यान रखा गया जो चीन के साथ जंग में भारी पड़ सकती हैं।
चीन की तमाम धमकियों के बावजूद अमेरिकी पार्लियामेंट की स्पीकर नैंसी पेलोसी को ताइवान दौरे पर भेजा गया। इसके बाद दो और अमेरिकी डेलिगेशन यहां पहुंचे। चंद दिन बाद ताइवान ने साफ कर दिया कि अगर चीन के फाइटर जेट्स उसकी सीमा में आए तो उनके खिलाफ एक्शन होगा।