अहमदाबाद हादसे की प्रारंभिक रिपोर्ट इस हफ्ते होगी जारी, बोइंग करेगी मलबे की जांच !

नई दिल्ली -: अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे की पहली प्रारंभिक रिपोर्ट इसी हफ्ते सार्वजनिक की जाएगी। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने 8 जुलाई को नागरिक उड्डयन मंत्रालय को ये रिपोर्ट सौंपी थी। इस रिपोर्ट में कोई निष्कर्ष नहीं होगा, केवल प्रारंभिक जांच से जुड़ी जानकारी ही होगी। वहीं, एएआईबी अधिकारियों ने संसदीय समिति को बताया कि वे विमान के मलबे के कुछ हिस्सों को मूल उपकरण निर्माता (ओईएम) को भेजने की तैयारी कर रहे हैं।
एएआईबी के महानिदेशक जीवीजी युगंधर ने बताया कि रिपोर्ट तैयार होने के बाद इसे नागरिक उड्डयन मंत्रालय की वेबसाइट पर प्रकाशित किया जाएगा और जनता के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (आईसीएओ) द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों के अनुसार, एएआईबी को दुर्घटना के 30 दिनों के भीतर प्रारंभिक रिपोर्ट जारी करनी होती है। एएआईबी ने अब तक इंजन में खराबी या किसी अन्य तकनीकी समस्या को हादसे का जिम्मेदार माना है।
रिपोर्टके अनुसार, एएआईबी ने संसदीय समिति को बताया है कि ब्लैक बॉक्स की सफलतापूर्वक बरामदगी के बाद सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्हें अलग-अलग विमानों में ले जाया गया। एएआईबी ने ब्लैक बॉक्स के डेटा का विश्लेषण करने के लिए जरूरी उपकरण दिए हैं। हर जानकारी का तकनीकी मापदंडों के साथ मिलान किया जा रहा है और एटीसी के साथ समन्वय किया जा रहा है। विमान निर्माता कंपनी बोइंग सहित अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों से सहायता मांगी गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, जांचकर्ता एयर इंडिया दुर्घटना मामले में इंजन ईंधन नियंत्रण स्विच पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। संभावना जताई गई है कि कॉकपिट में ईंधन नियंत्रण स्विच गलत तरीके से लगे हों। इन स्विचों में 2 सेटिंग्स होती हैं- रन और कटऑफ। विमान अगर हवा में है और स्विच को रन से कटऑफ पर कर दिया गया, तो इंजन में ईंधन आना बंद हो जाएगा और वह तुरंत बंद हो जाएगा। 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान एआई-171 बीजे मेडिकल कॉलेज से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी समेत 241 यात्री, 2 पायलट और 10 चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई थी। केवल एक यात्री बचा था। वहीं, जमीन पर 30 लोगों की जान गई थी। हादसे की जांच चल रही है। डीएनए के बाद 250 से अधिक शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।