राजकीय महाविद्यालय में नशे के विरुद्ध युवा पोस्टर प्रतियोगिता में प्रतिभा लटवाल प्रथम,कु.अंजू द्वितीय स्थान पर !
छात्र-छात्राओं में प्रतिभागियों के अतिरिक्त कुमारी प्रियंका, कुमारी दीपा, कुमारी योगिता ,कुमारी मीनू, सचिन, यशमीत ,कमल और सौरभ बुढलाकोटी ने विशेष सहयोग प्रदान किया । प्राचार्य प्रोफेसर नवीन भगत ने इस अवसर पर कहा कि छात्र-छात्राओं को महाविद्यालय में आयोजित प्रत्येक प्रतियोगिता में प्रतिभाग करना चाहिए । यह प्रतियोगिताएं वह मंच है जो छात्र-छात्राओं के भीतर छिपी हुई प्रतिभाओं को सामने लाती है । और शिक्षक उन छिपी हुई प्रतिभाओं को तरास कर , तलाश कर छात्र-छात्राओं को आगे बढ़ाने का कार्य करते हैं । छात्र-छात्राओं को चाहिए की हार जीत को मन में रखे बगैर प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग अवश्य करे । उन्होंने सफल कार्यक्रम के लिए आयोजक मंडल और छात्र-छात्राओं को बधाई दी ।
इस अवसर पर डॉक्टर परितोष उप्रेती ने कहा कि हम सबको आम जनमानस को नशे से दूरी बनाए रखने के लिए इस तरह के जन जागरूकता कार्यक्रम सदैव करते रहने चाहिए। करियर काउंसलिंग प्रभारी डॉक्टर सत्यनंदन भगत ने कहा कि भारत को विश्वगुरु बनाने में नशा सबसे बडी बाधा है । डा हरिश्चंद्र जोशी ने कहा कि नशा हटाओ युवाओं को बचाओ । युवाओं के पतन का कारण सिर्फ और सिर्फ नशा है। समाज में सर्वाधिक नशा केमिकल युक्त चल रहा है , यह वह नशा है जो युवाओं को पूरी तरह से खोखला बना रहा है । पश्चिमी संस्कृति की देखा देखी में शौक़ में युवा नशे की ओर कदम बढ़ाता है और फिर इस दलदल में धंस कर रह जाता हैै । विविध प्रकार के खेलों को खेल कर योगाभ्यास कर कर तैराकी के माध्यम से स्वयं को सनातन संस्कृति की ओर ले जाकर मेडिटेशन के सहारे इस नशे रूपी दानव से स्वयं को बचा सकते हैं इस नशे रूपी रक्षा को दूर करने के लिए हम सबको स्वयं मिलजुल कर प्रयास करने होंगे तभी हम सबको नजर आएगी बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर बुलंद युवाओं के साथ।