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करहल क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में बिजली संकट गहराया !

मैनपुरी – ( रामजी लाल गोस्वामी) – मैनपुरी किसान सूख रही मक्का की फसल से बेहाल, बर्बाद न हो, प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र के लिए 18 से 22 घंटे का शेड्यूल निर्धारित किया है। वही गांव क्षेत्रों में विद्युत लाइन तारो, क्षतिग्रस्त पोल की समस्याओं को समय पर ठीक करने के निर्देश अधिकारियों, कर्मचारियों को भी हैं।
जिले के करहल क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में विद्युत लाइन खराबी चलते एवं हफ्ते में कई दिन तक बिजली न आने से संकट गहरा गया है, जिससे खूख रही मक्का से किसानों के चेहरों पर साफ चिंता की लकीरें देखी जा सकती है।

10 दिन से क्षतिग्रस्त पोल, अधिकारियों द्वारा विद्युत लाइन ठीक न करने पर करहल क्षेत्र के किसानों में आक्रोश

मामला विद्युत वितरण खंड तृतीय उपकेंद्र तखरऊ क्षेत्र का है। गांव बरुआ के पास 8 दिन पहले एक बिजली पोल अज्ञात कारणों से क्षतिग्रस्त हो गया था। क्षतिग्रस्त पोल से गांव लुहारी, भांती, औन्हां और गुड़ी आदि क्षेत्र की आपूर्ति ठप्प हो गई थी। इन इलाकों में हफ्ते से बिजली न आने से मक्का की बर्बाद हो रही फसल से लोगों आक्रोश व्याप्त हैं।

कई एकड़ मक्का की फसल पहुंची सूखने के कगार पर

लुहारी किसान मनोज ने बताया कि उनकी 12 बीघा मक्का की फसल सिंचाई न होने के कारण सूख रही है। कई बार उन्होंने उपकेंद्र पर भी संपर्क किया, लेकिन विद्युत अधिकारियों ने आज तक कोई सुनवाई नहीं की। दूसरे किसान रामसिंह ने फसल भी सूखने पर बिजली समस्या को लेकर उपकेंद्र पर तैनात अवर अभियंता विशंभर सिंह से ग्रामीणों के साथ मिले, तो उन्होंने थाने जाकर पहले पोल टूटने की एफआईआर दर्ज कराने की बात कह कर हम लोगो को वापस कर दिया।

विद्युत अधिकारियों की लापरवाही से 8 दिन बीत जाने के बाबजूद भी टूटा विद्युत पोल बदला नहीं जा सका। क्षेत्र के आधा दर्जन गांव में बिजली आपूर्ति ठप है, जिससे किसानों में आक्रोश व्याप्त है। किसानों का कहना है कि अधिकारियों ने जल्द समस्या का निदान नहीं किया, तो वे आंदोलन करने पर विवश होंगे। करहल के परेशान किसानों की समस्या पर अवर अभियंता का कहना है

उन्होंने थाना कुर्रा में पोल टूटने की तहरीर 8 दिन पहले देने के लिए किसानों से कहा था। लेकिन थाने में अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है, एफआईआर दर्ज होने के बाद ही पोल बदलने की कार्रवाई की जाएंगी। किसानों में आक्रोश व्याप्त करने वालों में मानसिंह वाल्मीकि, हंसराज वाल्मीकि, प्रेमवती देवी, सुनीता, रक्षपाल, अवध बिहारी कठेरिया, सतीश शर्मा, लाखन शर्मा, राम दत्त कठेरिय, प्रधुम्मन, , शिवराम, जगदीश, किरन, रामसिंह शाक्य, रामशंकर ठाकुर आदि शामिल हैं।

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