बिहार में सियासी घमासान(बिहार)
नई दिल्ली: बिहार (बिहार) में सरकार बदलने की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजभवन पहुंचे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर के साथ राजभवन में ‘एट होम’ रिसेप्शन कार्यक्रम में शामिल हुए हैं. हालांकि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत आरजेडी के सभी विधायक राज्यपाल की इस टी पार्टी से नदारद हैं.
जेडीयू और आरजेडी के बीच रिश्तों को लेकर बीते कुछ दिनों से अच्छे संकेत नहीं मिल रहे हैं. अब खबर है कि नीतीश कुमार रविवार को नई सरकार बना सकते हैं. वो पाला बदलकर बीजेपी के साथ फिर से शामिल हो सकते हैं. उन्होंने आगामी तीन-चार दिनों के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं.
गणतंत्र दिवस के मौके पर दिखी अलग तस्वीर
बिहार सरकार की अंदरूनी खींचतान की एक झलक गणतंत्र दिवस के मौके पर पटना में आयोजित कार्यक्रम के दौरान भी दिखी. इस कार्यक्रम के दौरान सीएम नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव एक दूसरे दूरी बनाते दिखे. कार्यक्रम की जो तस्वीर सामने आई उसमें दोनों ही नेता एक दूसरे से दूर बैठे दिखे. जबकि सीएम नीतीश कुमार के पास ही एक कुर्सी खाली थी.
हालांकि आरजेडी ने इन संभावनाओं से इनकार किया है. बिहार की वर्तमान राजनीतिक स्थिति और इण्डिया गठबंधन पर राजद सांसद मनोज कुमार झा ने कहा कि 9 अगस्त 2022 को जब ये गठबंधन बना तब इसकी बुनियाद की ईंट लालू यादव, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने रखी थी. इस ईंट की तासीर थी कि हमें भाजपा की भय, भूख और घृणा वाली राजनीति को विराम देना है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी टेलीविज़न देख रहे होंगे. मुझे यकीन है कि वे शाम तक इसका खंडन कर देंगे.
स्थिति पूरी स्पष्ट होने के बाद तय करेंगे रुख- चिराग
बिहार के अन्य दल जो पहले से ही एनडीए में शामिल हैं, वो फिलहाल इस पर खुलकर कुछ भी कहने से बच रहे हैं. LJP(रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा है कि मौजूदा परिस्थिति में भी बिहार में एनडीए इतना मजबूत है कि हम 40 की 40 सीटें जीत सकते हैं. मुझे नहीं पता कि नीतीश कुमार NDA का हिस्सा बनते हैं या इण्डिया गठबंधन में ही रहते हैं. एक बार स्थिति पूरी स्पष्ट हो जाए, उसके बाद ही LJP(रामविलास) अपना रुख तय करेगी.
मैंने पहले ही कहा था- मांझी
इधर हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि मैंने कुछ दिन पहले ही कहा था कि 25 जनवरी के बाद बिहार में कुछ बड़ा होने वाला है. मेरी वो बात नीतीश कुमार के उन बयानों पर आधारित थी, जिसके तहत उन्होंने आरजेडी पर हमला बोला था. उसी के आधार पर मैंने ये दावा किया था. नीतीश कुमार का पीएम बनने का सपना टूट गया है. इसलिए गठबंधन तोड़कर वो स्वतंत्र रूप से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं या दूसरे गठबंधन में शामिल हो सकते हैं.
लोकसभा चुनाव के बाद नीतीश साथ रहेंगे की नहीं इस पर संदेह- कुशवाहा
राष्ट्रीय लोक जनता दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, “अभी चर्चा लगातार है कि नीतीश कुमार फिर एनडीए गठबंधन में आएंगे. ये बात तो सही है कि जहां हैं वहां नीतीश जी काफी परेशान हैं, इसीलिए वहां से निकलना चाहते हैं. अगर भाजपा के साथ गठबंधन में आएंगे तो फिर लोकसभा चुनाव के बाद साथ में रहेंगे या नहीं, यह भी एक बड़ा सवाल है.”
नीतीश कुमार को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए- राशिद अल्वी
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा, “निश्चित तौर पर बिहार में जो माहौल खड़ा हो गया है उसे नीतीश कुमार को साफ करना ही चाहिए. इससे इण्डिया गठबंधन कमजोर होता है. नीतीश कुमार तो सबसे पहले आगे आए थे इण्डिया गठबंधन को बनाने के लिए, आज उन्हीं के बारे में तरह-तरह की बातें हो रही हैं. ये उनकी जिम्मेदारी बनती है कि वो इस परिस्थिति को साफ करें.”
उम्मीद है कि नीतीश कुमार एनडीएमें नहीं जाएंगे- अखिलेश यादव
वहीं बिहार में वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि हमें उम्मीद है कि नीतीश कुमार एनडीए में नहीं जाएंगे और नीतीश कुमार इण्डिया गठबंधन को मजबूत करेंगे.
सामूहिक नेतृत्व के निर्णय का पार्टी स्वागत करेगी- विजय कुमार सिन्हा
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा, “मुझे इस बात की जानकारी नहीं है. भाजपा किसी व्यक्ति की पार्टी नहीं है ये सामूहिक नेतृत्व की पार्टी है. हमारा नेतृत्व सक्षम नेतृत्व है और सामूहिक नेतृत्व के निर्णय का पार्टी स्वागत करती है.”