कर्नाटक । कर्नाटक (Permission) में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। राजनीतिक हत्याओं की तीन घटनाओं का मामला (Permission) अभी थमा नहीं है। इस बीच अब बेंगलुरू के चामराजपेट ईदगाह मैदान का विवाद भड़क गया है। मैदान की एवज में वक्फ बोर्ड को 10 एकड़ वाले जमीन दी जा चुकी है।
यहां का 2 एकड़ का मैदान खेलों के लिए छोड़ा गया है। चामराजपेट मैदान में हिन्दूवादी संगठन इस महीने के अंत में गणेशोत्सव मनाने की योजना बना रहे हैं, लेकिन वक्फ बोर्ड और मुस्लिम समुदाय का दावा है कि ये जमीन वक्फ बोर्ड की है।
सनातन संस्थे के भास्करन का कहना है कि चामराजपेट मैदान सार्वजनिक स्थान है। कांग्रेस विधायक जमीर खान इस मैदान पर किसी भी प्रकार की अनुमति देने वाले कौन होते हैं? इस मैदान पर अधिकार को लेकर हमारी चुनौती बृहत बेंगलुरू महानगर पालिका के पास लंबित है।
चामराजपेट से कांग्रेस विधायक जमीर अहमद खान का कहना है कि चामराजपेट ईदगाह मैदान में किसी भी धार्मिक आयोजन की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। अगर, चामराजपेट ईदगाह मैदान पर स्वतंत्रता दिवस का आयोजन होता है तो वे खुद इसमें बढ़चढ़ कर हिस्सा लेंगे।
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हालांकि, बीबीएमपी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि ये संपत्ति वक्फ बोर्ड की नहीं बल्कि बीबीएमपी की है। वक्फ बोर्ड को अपने कथित दावे के लिए तथ्य पेश करने होंगे।1999 में भाजपा को इस मैदान पर स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराने की मंजूरी नहीं मिली थी।