पीएम शहबाज शरीफ ‘भगोड़ा-(‘fugitive) ‘इमरान खान

इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने जल्द चुनाव कराए जाने की अपनी मांग को दोहराते हुए सोमवार को कहा कि सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा को नई सरकार के चुने जाने तक सेवा विस्तार दिया जाना चाहिए. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ नवंबर के अंत तक मौजूदा जनरल बाजवा की सेवानिवृत्ति से पहले नए सेना प्रमुख को चुनने के लिए तैयार हैं. शरीफ पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए दिए एक साक्षात्कार में इमरान ने कहा, “महज 85 सीटें हासिल करने वाला भगोड़ा (‘fugitive) कैसे नए सेना प्रमुख को नियुक्त कर सकता है.”
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के फैसलाबाद में रविवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए खान ने आरोप लगाया कि सरकार निष्पक्ष चुनाव से डरती है और नए सेना प्रमुख की नियुक्ति तक चुनाव में देर कर रही है. खान ने आरोप लगाया, “(आसिफ अली) जरदारी और नवाज (शरीफ) अपने चहेते को अगले सेना प्रमुख के रूप में लाना चाहते हैं क्योंकि उन्होंने जनता का पैसा चुराया है.” उन्होंने कहा, “उन्हें (जरदारी व शरीफ को) डर है कि जब देशभक्त सेना प्रमुख आएंगे तो वह उनसे उनकी लूट के बारे में पूछेंगे.” पाकिस्तानी सेना ने हालांकि इमरान के इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है.
सेना ने एक बयान में कहा, “पाकिस्तानी सेना फैसलाबाद में एक राजनीतिक रैली के दौरान पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष द्वारा पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ नेतृत्व के बारे में अपमानजनक और गैरजरूरी बयान से व्यथित है.” पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने आरोप लगाया है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ‘‘सत्ता के लिए बेताबी’’ में शक्तिशाली प्रतिष्ठान के साथ ‘‘बातचीत के दरवाजे’’ खोलने की कोशिश कर रहे हैं. आसिफ का यह दावा पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गुजरांवाला में एक रैली में इमरान द्वारा प्रतिष्ठान (सेना) को यह चेतावनी दिए जाने के कुछ दिन बाद आया है कि अगर देश तथा अर्थव्यवस्था मौजूदा सरकार के तहत “और भी खराब स्थिति में पहुंचते” हैं तो उसे जिम्मेदार ठहराया जाएगा.