महिला आरक्षण को लेकर पीएम मोदी का बड़ा ऐलान(महिला आरक्षण )
-नए संसद भवन : पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आयोजित संयुक्त सत्र के विशेष कार्यक्रम में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई वरिष्ठ सांसद मेनका गांधी, अधीर रंजन चौधरी, मल्लिकार्जुन खड़गे, पीयूष गोयल ने सदन को संबोधित किया. इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी सभी संसद सदस्यों के साथ पुरानी संसद से नए संसद भवन की तरफ रवाना होकर पहुंचे. इसके बाद नई संसद में सदन की कार्यवाही राष्ट्रगान के साथ शुरू हुई. नई संसद में पीएम मोदी ने अपना पहला संबोधन देते हुए कहा कि ‘सभी सांसदों का स्वागत है, यह ऐतिहासिक सत्र है.’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले संबोधन में महिला आरक्षल बिल का जिक्र करते हुए कहा, ‘अनेक सालों से महिला आरक्षण (महिला आरक्षण ) के संबंध में बहुत चर्चाएं हुई हैं. बहुत संवाद हुए हैं. पहली बार 96 में पेश हुआ था. अटल जी के समय भी कई बार पेश हुआ लेकिन नंबर न होने के कारण पास नहीं करा पाए. शायद ईश्वर ने ऐसे पवित्र काम के लिए मुझे चुना है.’
पीएम नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन में पहला संबोधन देते हुए कहा कि नए संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है भारत. नई संसद में सभी सांसदों का स्वागत है. नई संसद का सत्र ऐतिहासिक है. यह आधुनिक भारत का नया संसद भवन है. पीएम मोदी ने इस अवसर पर पंडित जवाहर लाल नेहरू और पवित्र सेंगोल का जिक्र भी किया. G20 की अध्यक्षता का आयोजन सफल रहा. ये अवसर कई मायनों में अहम रहा. नई संसद में सबकुछ नया है. इन नए संसद को बनाने के लिए 30000 श्रम योगियों ने मेहनत की है. इस सदन में एक डिजिटल बुक रखी गई है, जिसमें उन सभी श्रमिकों का पूरा परिचय रखा गया है. यानि उनके पसीने को भी अमृत्व देने की गर्व भरी शुरुआत है. ये अमृतकाल का उषाकाल है. भाव बदलना चाहिए, भावना भी बदलनी चाहिए. संसद राष्ट्रसेवा का सर्वोच्च स्थान है. हमारे संविधान निर्माताओं ने इतनी पवित्र संस्था का निर्माण किया. हम सभी अनुशासन का पालन करें. संसदीय लोकतंत्र में यह गृह प्रवेश हुआ है. अब चुनाव करीब है. यहां का व्यवहार निर्धारित करेगा कि कौन यहां यानि सत्तापक्ष बैठेगा और कौन वहां विपक्ष में बैठेगा.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि हम संसद की उच्च मर्यादा और प्रतिष्ठा को कायम रखेंगे. सभी सांसदों से उन्होंने कहा कि हम सदन में शालीनता और मर्यादा के साथ अपनी राय रखें, नई संसद यह स्वस्थ्य चर्चा और संवाद का केंद्र बने, इस सदन में ऐसा ही हो, सभी सांसदों से ऐसी उम्मीद रखी जाती है. नए भवन के निर्माण में योगदान के लिए पीएम मोदी, भारत सरकार, लोकसभा सचिवालय और श्रमवीरों को भी हार्दिक धन्यवाद देता हूं.
पीएम मोदी ने सांसदों को संबोधित करते हुए कहा कि आज नए संसद भवन में हम सब मिलकर, नए भविष्य का श्रीगणेश करने जा रहे हैं. आज हम यहां विकसित भारत कासंकल्प दोहराने, संकल्पबद्ध होने और उसको परिपूर्ण करने के लिए जी-जान से जुटने के इरादे से नए भवन की तरफ प्रस्थान कर रहे हैं. ये भवन और उसमें भी ये सेंट्रल हॉल हमारी भावनाओं से भरा हुआ है, ये हमें भावुक भी करता है और हमें हमारे कर्तव्यों के लिए प्रेरित भी करता है. उन्होंने कहा कि 1952 के बाद दुनिया के करीब 41 राष्ट्राध्यक्षों ने इस सेंट्रल हॉल में हमारे सभी माननीय सांसदों को संबोधित किया है. हमारे सभी राष्ट्रपति महोदयों के द्वारा 86 बार यहां संबोधन दिया गया है. संसद ने बीते वर्षों में ट्रांसजेंडर को न्याय देने वाले कानूनों का भी निर्माण किया. इसके माध्यम से हमने ट्रांसजेंडर को भी सद्भाव और सम्मान के साथ नौकरी, शिक्षा, स्वास्थ्य और बाकी सुविधाएं देने की दिशा में कदम बढ़ाया है.
इसके साथ ही पीएम ने बड़ा सुझाव देते हुए कहा कि जब हम नए संसद भवन में जा रहे हैं तो पुरानी संसद की गरिमा कभी कम नहीं होनी चाहिए, इसे पुरानी संसद कहकर न छोड़ दें. इसे संविधान सदन के रूप में जाना जाए, ताकि ये हमारी जीवन प्रेरणा बनी रहे.
इस विशेष कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए सांसद प्रह्लाद जोशी ने कहा कि यह नए भारत की नई संसद है. सबसे पुरानी सांसद मेनिका गांधी ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है. हम नई संसद में जा रहे हैं. 2047 तक देश विकसित होगा. भारत को विकसित बनाना है. भारत की छवि बदली है. विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि आज मैं काफी गर्व महसूस कर रहा हूं. आज का दिन काफी ऐतिहासिक है. सेंट्रल हॉल ऐतिहासिक हॉल है. राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि हमारे संविधान के निर्माता डॉ. आंबेडकर तथा सभा समिति के सदस्यों एवं सभी को सादर नमन. आज यह का पल ऐतिहासिक है. राज्यभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 1946 से 49 तक संविधान निर्माता समिति इस सेंट्रल हॉल में बैठी. आज का दिन काफी ऐतिहासिक है. सेंट्रल हॉल ने कई ऐतिहासिक पल देखे हैं. नई सोच के साथ आगे बढ़ना है. सांसदों पर बड़ी जिम्मेदारी है.
इससे पहले सुबह सभी सांसद संसद भवन पहुंचे और फोटो सेशन कराया गया. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला सहित सभी सांसद शामिल हुए. इस फोटो सेशन में राहुल गांधी भी नजर आए. संसद भवन में संयुक्त सत्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने सांसदों से मुलाकात भी की. इस दौरान वह विपक्ष के नेताओं से भी जाकर मिले. केंद्र सरकार द्वारा बुलाए गए विशेष सत्र की शेष कार्यवाही 22 सितंबर तक नई संसद में चलेगी. पुरानी इमारत की विरासत पर केंद्रित एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. सांसद 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने का संकल्प भी लेंगे. पांच दिवसीय विशेष संसद सत्र सोमवार से शुरू हुआ. पीएम मोदी सेंट्रल हॉल से संविधान की कॉपी लेकर नए भवन तक पैदल जाएंगे. इसके बाद नए संसद भवन के निर्माण पर बनी फिल्म दिखाई जाएगी. विशेष सत्र में आज पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह, झारखंड मुक्ति मोर्चा के सांसद शिबू सोरेन और भाजपा सांसद मेनका गांधी को सेंट्रल हॉल में संबोधन के लिए आमंत्रित किया गया है.